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पाकिस्तान के सिर पर मंडरा रहा है बड़ा खतरा, आतंकी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई के लिए सिर्फ 6 दिन

पाकिस्तान को जैश-ए-मोहमम्द और लश्कर-ए- तयब्बा जैसे आतंकी संगठनों पर कार्रवाई करने के लिए वक्त दिया गया था जिसमें से उसके पास केवल 6 दिन बचे हैं

News Nation Bureau
| Edited By :
11 Jun 2019, 07:14:06 AM (IST)

नई दिल्ली:

आतंकी संगठनों पर कार्रवाई न करने को लेकर पाकिस्तान की मुश्किलें बढ़ती हुईं नजर आ रही है. पाकिस्तान को 6 दिनों के अंदर जैश-ए-मोहमम्द और लश्कर-ए- तयब्बा जैसे आतंकी संगठनों पर एक्शन लेना होगा, नहीं तो फाइनेंनशियल एकश्न टास्क फोर्स (FATF) पाकिस्तान को ब्लैक लिस्ट कर सकता है. दरअसल कई देश पाकिस्तान पर आतंकी संगठनों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए दबाव बनाते आए हैं लेकिन पाकिस्तान के ऐसा न करने पर FATF ने इससे पहले उसे ग्रे लिस्ट में डाल दिया था. इसके साथ ही उसे जैश-ए-मोहमम्द और लश्कर-ए- तयब्बा जैसे आतंकी संगठनों पर कार्रवाई करने के लिए वक्त दिया गया, जिसमें से उसके पास केवल 6 दिन बचे हैं.

दिए गए थे 27 एक्शन प्लान

इन 6 दिनों में अगर पाकिस्तान ने कोई एक्शन नहीं लिया तो FATF उसे ब्लैकलिस्ट कर सकता है. बता दें पाकिस्तान को वक्त दिए जाने के साथ ही उसे 27 एक्शन प्लैन भी बताए गए थे. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इन 27 एक्शन प्लैन में 18 पर पाकिस्तान ने जो काम किया वो संतोषजनक नहीं है.

क्या है FATF

FATF एक ऐसी अंतरराष्ट्रीय संस्था जो दुनिया भर में आतंकी संगठनों को दी जाने वाली आर्थिक मदद पर नजर रखता है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक FATF एशिया -पैसिफिक ग्रुप की रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई करता है. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक एशिया -पैसिफिक ग्रुप ने मांग की है कि पाकिस्तान आतंकी संगठनों के खिलाफ सख्त कदम उठाए. इसके साथ ही ये भी कहा गया है कि पाकिस्तान की जांच एजेंसिया आतंकी संगठनों को आर्थिक मदद देने के मामलों और मनी लॉन्ड्रिंग को रोकने के लिए कुछ ऐसे कदम उठाए जिनका असर साफ तौर पर दिखे. जानकारी के मुताबिक FATF की अगली बैठक 16 से 21 जून के बीच हो सकती है जिसमें पाकिस्तान को ब्लैकलिस्ट करने का प्रस्ताव लाया जा सकता है.