मसूद अज़हर पर 13 मार्च को कसेगा शिकंजा, UNSC में होगी सुनवाई
मसूद अज़हर को UNSC प्रतिबंध सूची में डाले जाने पर आपत्ति दर्ज कराने की अंतिम तिथि 13 मार्च है. भारत सभी 15 देशों से संपर्क में हैं.
नई दिल्ली:
पुलवामा हमले के बाद भारत जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी की सूची में डालने की पूरी कोशिश कर रहा है. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में भारत, अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस ने मसूद अजहर को ग्लोबल आतंकी की सूची में डालने के लिए UNSC में प्रस्ताव रखा है. सूत्रों के मुताबिक, 'मसूद अज़हर को UNSC प्रतिबंध सूची में डाले जाने पर आपत्ति दर्ज कराने की अंतिम तिथि 13 मार्च है. भारत सभी 15 देशों से संपर्क में हैं, जिसमें चीन भी शामिल है. भारत को उम्मीद है कि चीन भी उसके कदम का समर्थन करेगा.'
माना जा रहा है कि अगर चीन ने इसपर कोई अडंगा नहीं लगाया तो यह प्रस्ताव पास हो जाएगा. इसके अलावा सुरक्षा परिषद का एक अन्य स्थायी सदस्य रूस भी इस प्रस्ताव का समर्थन करेगा.
यह भी कहा जा रहा है कि पाकिस्तान सरकार भी मसूद अजहर पर कार्रवाई करने का फैसला लिया है. भारत के साथ तनाव को कम करने की कोशिश में पाकिस्तान यह कदम उठा सकता है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के आतंकवादियों की सूची में अजहर को शामिल करने के प्रस्ताव पर अपने विरोध को वापस भी ले सकता है. सूत्र ने पीटीआई को बताया, ‘सरकार ने सैद्धांतिक रूप से जेईएम (अजहर) के नेतृत्व पर कार्रवाई करने का निर्णय किया है.’
(इनपुट : एजेंसी)