लाहौर उप-चुनाव में नवाज की पत्नी कुलसुम नवाज की जीत, हाफिज सईद की पार्टी तीसरे स्थान पर
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की पत्नी कुलसुम नवाज लाहौर की एनए-120 सीट से चुनाव जीत गई हैं। एनए 120 नवाज शरीफ की पारंपरिक सीट रही हैं।
highlights
- पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की पत्नी कुलसुम नवाज लाहौर की एनए-120 सीट से चुनाव जीत गई हैं
- लश्कर-ए-तैय्यबा के मुखौटा राजनीतिक संगठन मिली मुस्लिम लीग (एमएमएल) ने निर्दलीय उम्मीदवार मोहम्मद याकूब शेख तीसरे स्थान पर
नई दिल्ली:
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की पत्नी कुलसुम नवाज लाहौर की एनए-120 सीट से चुनाव जीत गई हैं। एनए 120 नवाज शरीफ की पारंपरिक सीट रही हैं।
पनामागेट मामले में दोषी साबित किए जाने के सुप्रीम कोर्ट के बर्खास्त किए जाने के बाद यह सीट खाली हो गई थी। पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज (पीएमएलएन) ने इस सीट से नवाज की पत्नी को उम्मीदवार बनाया था। वहीं इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) ने यास्मीन राशिद को अपना उम्मीदवार बनाया था।
पाकिस्तान की राजनीति में लाहौर की इस सीट पर हुए चुनाव को दो कारणों से अहम समझा जा रहा था। पहला, इस चुनाव को नवाज की 'न्यायिक तख्तापलट' के खिलाफ 'जनमत संग्रह' के तौर पर देखा जा रहा था।
लाहौर की इस सीट पर अपनी मां की जीत के बाद नवाज की बेटी मरियम नवाज ने कहा कि जनता की कोर्ट ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले को खारिज कर दिया है। पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट का फैसला कुछ भी हो, लेकिन नवाज शरीफ आज भी जनता के प्रधानमंत्री हैं और आगे भी रहेंगे।
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दूसरा, इस सीट से पहली बार आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैय्यबा के मुखौटा राजनीतिक संगठन मिली मुस्लिम लीग (एमएमएल) ने निर्दलीय उम्मीदवार मोहम्मद याकूब शेख की आड़ में राजनीति में कदम रखा था।
इस उपचुनाव में याकूब और पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की बेगम कुलसुम समेत कुल 44 प्रत्याशी मैदान में थे और इसमें याकूब शेख तीसरे स्थान पर आने में सफल रहा है। शेख के प्रदर्शन को पाकिस्तान की राजनीति में चरमपंथियों की मजबूत दखल के तौर पर देखा जा रहा है।
गौरतलब है कि पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने एमएमएल को राजनीतिक पार्टी के तौर पर मान्यता देने से इनकार कर चुका है।
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