Advertisment

नेपाल में भारतीय चैनल फिर शुरू, केबल ऑपरेटरों ने नहीं माना नेपाल सरकार का आदेश

नेपाल में भारतीय चैनलों पर लगे प्रतिबंध को आखिर दर्शकों के दवाब के बाद केबल ऑपरेटरों ने हटा लिया है. नेपाल सरकार के आदेश के खिलाफ दर्शक खुलकर सामने आ गए थे.

author-image
Kuldeep Singh
New Update
KP Oli

नेपाल के प्रधानमंत्री केपी ओली( Photo Credit : फाइल फोटो)

नेपाल में भारतीय चैनलों पर लगे प्रतिबंध को आखिर दर्शकों के दवाब के बाद केबल ऑपरेटरों ने हटा लिया है. नेपाल सरकार के आदेश के खिलाफ दर्शक खुलकर सामने आ गए थे. अभी दो दिन पहले ही नेपाल सरकार के सूचना तथा संचार मंत्री युवराज खतिवडा ने देश के तमाम केबल अपरेटर को भारतीय न्यूज चैनलों के प्रसारण पर लगे प्रतिबंध को जारी रखने को कहा था. लेकिन नेपाल की आम जनता ने केबल अपरेटर के इस फैसले का जबरदस्त विरोध किया.

Advertisment

यह भी पढ़ेंः देश में एक ही दिन में रिकॉर्ड करीब 33 हजार नए कोरोना मरीज मिले, 606 लोगों की मौत

मजबूर होकर सभी केबल आपरेटर ने आज सुबह से भारतीय न्यूज चैनलों के प्रसारण को फिर से सुचारू कर दिया है. नेपाल की आन्तरिक राजनीति में चिनियां राजदूत के हस्तक्षेप वाली खबर भारतीय न्यूज चैनलों पर लगातार चलाने के बाद सरकार के दबाव में केबल ऑपरेटरों ने दूरदर्शन के अलावा सभी प्राइवेट न्यूज चैनलों के प्रसारण को रोक दिया था. बाद में सरकार ने इस प्रतिबंध को जारी रखने का निर्देश दिया था. लेकिन जब दर्शकों ने केबल ऑपरेटर पर दबाव बनाया और उनके दफ्तर को ही बन्द करने की धमकी मिलने लगी तो सरकार के निर्देश के बावजूद केबल ऑपरेटरों ने भारतीय न्यूज चैनलों को फिर से दिखाना शुरू कर दिया है.

यह भी पढ़ेंः MP: किसान दंपति से पुलिस की मारपीट पर बवाल, गुना के कलेक्टर और SP हटाए गए

Advertisment

पिछले कुछ दिनों से नेपाल लगातार चीन के दवाब में भारत विरोधी गतिविधियां कर रहा है. पहले नक्शा विवाद को लेकर भारत और नेपाल के बीच तनातनी हुई तो हाल ही में नेपाल के प्रधानमंत्री केपी ओली ने अयोध्या को लेकर विवादित बयान दे दिया. इसके बाद नेपाल में ही केपी ओली के खिलाफ प्रदर्शन होने लगे. इसके बाद बैकफुट पर आए ओली ने मामले को संभावने की कोशिश की.

Source : News Nation Bureau

nepal indian channel
Advertisment
Advertisment