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पाकिस्तान में गिरी इमरान खान की सरकार, शाहबाज होंगे नए प्रधानमंत्री

पाकिस्तान में पिछले कई दिनों से चली आ रही सियासी उथल-पुथल शनिवार मध्यरात्रि को इमरान खान की सरकार गिरने के ​साथ खत्म हो गई. शनिवार देर रात को पाकिस्तान की संसद में अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग हुई

News Nation Bureau
| Edited By :
10 Apr 2022, 01:43:48 AM (IST)

नई दिल्ली:

Pakistan: पाकिस्तान में पिछले कई दिनों से चली आ रही सियासी उथल-पुथल शनिवार मध्यरात्रि को इमरान खान की सरकार गिरने के ​साथ खत्म हो गई. शनिवार देर रात को पाकिस्तान की संसद में अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग हुई. इस वोटिंग में इमरान सरकार के खिलाफ 174 वोट पड़े, जबकि सत्ता पक्ष के सांसदों ने संसद की कार्यवाही में भाग नहीं लिया. वहीं, शहबाज शरीफ को पाकिस्तान का नया प्रधानमंत्री बनाया जा सकता है. शहबाज पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के छोटे भाई हैं. शहबाज के पास पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहने का अनुभव है. 

वहीं, इमरान खान ने प्रधानमंत्री आवास छोड़ दिया है. वह अपने निजी आवास में शिफ्ट हो गए हैं. इससे पहले ​इमरान खान ने अपनी गिरफ्तारी की आशंका जताई थी. संसद की कार्यवाही शुरू होने से पहले उन्होंने अपनी ओर से तीन शर्तें भी रखीं थी. शर्तों में इमरान खान ने कहा था कि उनको गिरफ्तार न किया जाए, उनके किसी मंत्री को गिरफ्तार किया जाए आदि बातें कही गईं थीं. आपको बता दें कि इससे पहले प्रधानमंत्री इमरान खान ने थल सेनाध्यक्ष जनरल कमर जावेद बाजवा को हटाने का दावा करने वाली खबरों को खारिज किया। जियोन्यूज ने सूत्रों के हवाले से बताया कि पीएम इमरान खान ने वरिष्ठ पत्रकारों से बातचीत में कहा कि रक्षा विभाग में बदलाव करने की उनकी कोई योजना नहीं है।

174 members have recorded their votes in favour of the resolution. The no-confidence motion against Prime Minister Imran Khan has been passed in the Pakistan National Assembly. pic.twitter.com/wwZoZcwS9A

— ANI (@ANI) April 9, 2022

पीएम ने पत्रकारों से कहा, "सेना प्रमुख को बर्खास्त करने की न तो कोई बात हुई और न ही इस पर कोई चर्चा हुई। मैं अपना काम कानून के अनुसार और संविधान के अनुरूप करूंगा।" समा टीवी की खबर के मुताबिक इमरान खान ने संघीय कैबिनेट की आपात बैठक की है।विज्ञान मंत्री शिबली फराज ने संवाददाताओं से कहा कि बैठक में एक सरप्राइज पर चर्चा की गई, यह कहते हुए कि प्रधानमंत्री किसी भी समय संसद में जा सकते हैं। संघीय मंत्री ने यह भी कहा कि कैबिनेट ने सामूहिक इस्तीफे पर चर्चा नहीं की।