.

इंडोनेशिया 'सुनामी' में मृतकों की संख्या बढ़कर 222 हुई, तस्वीरों-वीडियो में देखें तबाही का मंज़र

इंडोनेशिया के सुंडा स्ट्रेट के तट पर आई सुनामी में मरने वालों की संख्या बढ़कर 222 हो गई है जबकि 800 से अधिक लोग घायल हुए हैं.

IANS
| Edited By :
23 Dec 2018, 07:24:48 PM (IST)

जकार्ता:

इंडोनेशिया के सुंडा स्ट्रेट के तट पर आई सुनामी में मरने वालों की संख्या बढ़कर 222 हो गई है जबकि 800 से अधिक लोग घायल हुए हैं. समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने रविवार को अधिकारियों के हवाले से यह जानकारी दी. इंडोनेशिया की राष्ट्रीय आपदा एजेंसी के प्रवक्ता सुतोपो पूर्वो नुगरोहो के हवाले से बताया गया है कि 222 लोगों की मौत हो चुकी है और 843 लोग घायल हुए हैं. 28 लोग लापता हैं. प्रवक्ता ने कहा कि मरने वालों की संख्या के बढ़ने की आशंका है. सुनामी को लेकर अभी तक लगाए अनुमान के अनुसार, सुंडा स्ट्रेट के क्राकाटाओ ज्वालामुखी में विस्फोट के कारण समुद्र के अंदर की चट्टानें खिसक गईं और उसके बाद सुनामी आई. जावा और सुमात्रा के द्वीपों के बीच का सुंडा स्ट्रेट जावा सागर को हिंद महासागर से जोड़ता है. 

समुद्री में और लहरें उठने की चेतावनी जारी की गई है. सोशल मीडिया पर जारी तस्वीरों में एक समुद्र लहर रिसॉर्ट तक पहुंच गई जहां इंडोनेशिया का रॉक बैंड 'सेवंटीन' प्रस्तुति दे रहा था. तस्वीरों में लहर के साथ बैंड के सदस्य भी बहते हुए नजर आ रहे हैं.

देश की आपदा प्रबंधन एजेंसी ने बताया कि 20 लोग लापता हैं और सैकड़ों इमारतें क्षतिग्रस्त हो गईं.  पश्चिमी जावा के एनयर बीच पर मौजूद नार्वे के फोटोग्रॉफर ओएस्टीन लुंड एंडरसन ने कहा, 'मैं समुद्र तट से विस्फोटित हो रहे क्राकाटोआ ज्वालामुखी की तस्वीरें ले रहा था. मैं अकेला था और मेरे परिवार कमरे में सो रहा था.'



उन्होंने बताया, 'शाम के वक्त ज्वालामुखी में काफी विस्फोट हुए लेकिन समुद्र पर उठीं तेज लहरों से ठीक पहले वहां कोई गतिविधि नहीं हो रही थी. लेकिन अचानक मैंने समुद्र की लहरें आती देखीं और मैं वहां से भागा और सीधे होटल पहुंचा जहां मेरी पत्नी और बेटा सो रहे थे.'

उन्होंने कहा, 'समुद्र की लहर होटल के करीब से गुजरीं. सड़क किनारे खड़ीं कारें लहरों की चपेट में आ गईं. हम और अन्य लोग इसके बाद होटल से निकल कर जंगल की ओर पहुंच गए और एक पहाड़ी पर चढ़ गए.'

इंडोनेशिया की भूगर्भीय एजेंसी के मुताबिक अनाक क्राकाटोआ ज्वालामुखी में बीते कुछ दिनों से राख उठने की वजह से कुछ हरकत होने के संकेत मिल रहे थे. इसके अलावा दक्षिणी सुमात्रा के बांदर लामपंग शहर में सैकड़ों लोगों को गवर्नर के कार्यालय में शरण लेनी पड़ी है. भूभौतिकी एजेंसी ने कहा कि हिंद महासागर और जावा समुद्र को जोड़ने वाले सुंडा जलडमरूमध्य में सुनामी आने से करीब 24 मिनट पहले अनाक क्राकाटाओ ज्वालामुखी फटा था. 

RT @eha_news: The eruption of the #Krakatoa #volcano in #Indonesia caused a #tsunami in the Sunda strait, which led to the death of 20 people and injured another 140 peoplepic.twitter.com/gJNsaaj7w0

— Common Raven (@Bewickwren) December 23, 2018

देश की राजधानी जकार्ता से करीब 200 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में 305 मीटर ऊंचा ज्वालामुखी जून से ही फटना शुरू हो गया था. अधिकारियों ने ज्वालामुखी के गड्ढे से दो किलोमीटर तक के क्षेत्र को प्रतिबंधित जोन घोषित कर लोगों को वहां नहीं जाने का परामर्श जारी किया था. इससे पहले सितंबर में सुलावेसी द्वीप पर पालू शहर में आए भूकंप और सुनामी में करीब 2,500 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी.