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विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की सफाई कहा, मानसरोवर में स्नान पर कोई रोक नहीं

कैलास मानसरोवर यात्रा पर गए श्रद्धालुओं ने कथित तौर पर आरोप लगया है कि चीनी अधिकारी उन्हें मानसरोवर झील में डुबकी नहीं लगाने दे रहे हैं। हालांकि, अभी तक इस संबंध में चीन की तरफ से कोई बयान नहीं आया है।

News Nation Bureau
| Edited By :
28 May 2018, 04:48:24 PM (IST)

नई दिल्ली:

कैलास मानसरोवर यात्रा पर गए तीर्थ यात्रियों के आरोप पर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने सफाई दी है। उन्होंने कहा, 'मानसरोवर झील में स्नान करने पर कोई रोक नहीं है, लेकिन इसकी जगह तय है। आप कहीं भी डुबकी नहीं लगा सकते'

बता दें कि कुछ श्रद्धालुओं ने आरोप लगाया था कि चीनी अफसर उन्हें मानसरोवर झील में नहाने की इजाजत नहीं दे रहे।

Devotees at Kailash Mansarovar have alleged that Chinese authorities are not allowing them to take holy dip in the Mansarovar Lake pic.twitter.com/pOF9jFRlWA

— ANI (@ANI) May 28, 2018 कुछ दिन पहले ही सुषमा चीन की विदेश मंत्री वांग यी से कैलास मानसरोवर यात्रा को लेकर मुलाकात करने चीन गई थी।विदेश मंत्री के दौरे के बाद ही चीन ने श्रद्धालुओं के लिए नाथू ला का मार्ग खोल दिया था।

सुषमा ने वांग यी से बातचीत के बाद कहा था, 'दोनों सरकारों के बीच संबंध तब तक समृद्ध नहीं हो सकते जब तक एक-दूसरे देश के लोगों के बीच रिश्ते मजबूत न हों। पिछली यात्रा के दौरान नाथुला दर्रा जब बंद कर दिया गया था तो उससे लोगों को बहुत धक्का लगा था।'

पिछले साल डोकलाम विवाद के बाद नाथू ला का मार्ग चीन ने बंद कर दिया गया था। भारत और चीन की सेना 72 दिनों तक डोकलाम के विवादित क्षेत्र में आमने-सामने थी।

कैलास मानसरोवर यात्रा 2 मार्गों से पूरी की जाती है। एक मार्ग है उत्तराखंड का लिपुलेख दर्रा और दूसरा रूट है सिक्किम का नाथू ला दर्रा। भारतीय विदेश मंत्रालय की ओर से हर साल जून से सितंबर के बीच कैलास मानसरोवर यात्रा का आयोजन किया जाता है।

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