अमेरिका ने अपने नागरिकों के लिए जारी किया अलर्ट- काबुल एयरपोर्ट जाना सुरक्षित नहीं
तालिबान के कब्जे के बाद अफगानिस्तान में पल-पल बदल रहे हालातों के बीच अमेरिका ने अपने नागरिकों के लिए अलर्ट जारी किया है
नई दिल्ली:
तालिबान (Taliban) के कब्जे के बाद अफगानिस्तान (Afghanistan) में पल-पल बदल रहे हालातों के बीच अमेरिका ने अपने नागरिकों के लिए अलर्ट जारी किया है. अमेरिका ने कहा है कि उसके नागरिका अफगानिस्तान में काबुल एयरपोर्ट ( Kabul Airport ) जानें से बचें. यही नहीं अमेरिका की ओर से यह भी कहा गया कि काबुल एयरपोर्ट जाना अमेरिकी नागरिकों के लिए सुरक्षित नहीं है. इसलिए वो वहां जानें से बचें. आपको बता दें कि तालिबान के 15 अगस्त को देश के अधिकांश हिस्सों पर तेजी से कब्जा करने के बाद से अफगानिस्तान में स्थिति अनिश्चित बनी हुई है और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने संभावित मानवीय चुनौतियों के खिलाफ चेतावनी दी है और देश में शांति और स्थिरता स्थापित करने में मदद करने की इच्छा व्यक्त की है.
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'अमेरिका समेत सभी देशों से संबंध चाहता है तालिबान'
तालिबान के राजनीतिक प्रमुख मुल्ला अब्दुल गनी बरादर ने शनिवार को कहा कि विद्रोही समूह का इरादा अमेरिका सहित दुनिया भर के सभी देशों के साथ आर्थिक और व्यापारिक संबंध बनाने का है. बरादर ने एक ट्वीट में कहा, "अफगानिस्तान का इस्लामी अमीरात सभी देशों, खासकर संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ राजनयिक और व्यापारिक संबंध चाहता है." समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, बरादर ने मीडिया में आई इन खबरों का खंडन किया कि तालिबान का वाशिंगटन के साथ राजनयिक और व्यापारिक संबंध बनाने का इरादा नहीं है. उन्होंने कहा, "हम कभी भी किसी भी देश के साथ व्यापारिक संबंध खत्म करने की बात नहीं करते हैं. इस खबर के बारे में अफवाह एक दुष्प्रचार है. यह सच नहीं है."
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'कोई आंतरिक या बाहरी दुश्मन नहीं चाहते'
इससे पहले दिन में, अपुष्ट रिपोर्टों में कहा गया था कि बरादर नई सरकार के निर्माण के बारे में अफगान नेताओं के साथ परामर्श करने के लिए दक्षिणी कंधार से काबुल पहुंचे हैं. वह मंगलवार को दोहा से कंधार लौटा था. मंगलवार को तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने कहा कि उनका इरादा एक समावेशी सरकार बनाने का है और वे कोई आंतरिक या बाहरी दुश्मन नहीं चाहते.