अफगानिस्तान: टोलो न्यूज के कंपाउंड में घुसे तालिबान के लड़ाके, किया यह हाल
टोलो न्यूज पिछले काफी समय से तालिबान के जुल्म की पल-पल जानकारी दुनियाभर में अपने रीडर्स को मुहैया करवाता रहा है
नई दिल्ली:
तालिबान ने बंदूक और हिंसा के बल पर अफगानिस्तान पर कब्जा करते हुए अपना पुराना रवैया अपनाना शुरू कर दिया है. तालिबान के लड़ाके पूरे अफगान को कब्जे में लेकर हिंसक घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं. इस बीच तालिबान के मिलिटेंट्स सोमवार को टोलो न्यूज के कंपाउंड में हैं. यहां उन्होंने अपनी ताकत का प्रदर्शन करते हुए सुरक्षाकर्मियों के हथियार छीन लिए. हालांकि तालिबान ने आश्वासन दिया है कि टोलो न्यूज के दफ्तर को नुकसान नहीं पहुंचाया जाएगा. आपको बता दें कि टोलो न्यूज अफगानिस्तान स्थित एक मीडिया संस्थान है.
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टोलो न्यूज पिछले काफी समय से तालिबान के जुल्म की पल-पल जानकारी दुनियाभर में अपने रीडर्स को मुहैया करवाता रहा है. अपने कंपाउंड में तालिबान लड़ाकों के घुसने की जानकारी खुद टोलो न्यूज ने ही दी. टोलो न्यूज की ओर से बताया कि काबुल स्थित न्यूज कंपाउंड में तालिबान जबरन घुसा और वहां तैनात सुरक्षाकर्मियों के हथियारों की चेकिंग करने लगा. तालिबान सुरक्षाकर्मियों को सरकार की ओर दिए गए हथियारों को भी अपने साथ ले गया. आपको बता दें कि तालिबान ने इससे पहले कंधार स्थित एक रेडियो स्टेशन पर भी कब्जा जमा लिया था. आपको बता दें कि अफगानिस्तान सरकार के अधिकारियों और प्रत्यक्षदर्शियों के हवाले से मीडिया में आई खबरों के मुताबिक तालिबान की वजह से काबुल की सड़कों पर दहशत है क्योंकि तालिबान लड़ाके खुलेआम आतंक मचा रहे हैं. काबुल की सड़कों पर यातायात बेतरतीब हो गया क्योंकि लोग घर या अपने परिवार के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं.
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तालिबान ने अफगानिस्तान में अपना कब्जा जमा लिया है, जिसके चलते वहां की सरकार ने आत्मसमर्पण कर दिया है. अफगानिस्तान में अब तालिबान की सरकार होगी, जिसका हेड अली अहमद जलाली को बनाया जाएगा. वहीं, अब दुनियाभर में अफगानिस्तान की तालिबान सरकार को मान्यता देने और न देने को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं. अमेरिका समेत कई देश जहां इसके विरोध में खड़े हैं, वहीं चीन ने तालिबान सरकार के साथ मैत्री संबंध रखने के संकेत दिए हैं. AFP न्यूज एजेंसी के हवाले से आई जानकारी में बताया कि चीन ने अफगानिस्तान में तालिबान सरकार के साथ मैत्री संबंध वि