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भारत के बाद अफगानिस्तान ने भी दिया पाकिस्तान को बड़ा झटका, पढ़ें पूरी खबर

प्रधानमंत्री इमरान खान की गैर-जिम्मेदाराना बयान पर अफगानिस्तान के राजदूत को भी वापस बुला लिया

News Nation Bureau
| Edited By :
27 Mar 2019, 07:56:10 AM (IST)

नई दिल्ली:

पुलवामा हमले के बाद पूरी विश्व में लगातार पाकिस्तान की किरकिरी हो रही है. पाकिस्तान ने आतंकवादी संठगनों को सुरक्षित पनाह दिया है. इसे लेकर संयुक्त राष्ट्र ने भी आपत्ति जता दी है. भारत के बाद अफगानिस्तान ने भी अब पाकिस्तान को बड़ा झटका दिया है. भारत लगातार पाकिस्तान को कूटनीतिक तौर पर घेर रहा है, ताकि पाक अपने देश में आतंकी गतिविधियों पर लगाम लगाए. 

एएनआई के अनुसार, भारत के बाद अफगानिस्तान भी पाकिस्तान के पीएम के गैर जिम्मेदाराना बयान से खफा है. इसपर अफगानिस्तान ने मंगलवार को पाक के खिलाफ बड़ा कदम उठाया है.  अफगान के विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान के उप राजदूत को तलब कर लिया है. साथ ही पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की गैर-जिम्मेदाराना बयान के मामले में इस्लामाबाद से अफगानिस्तान के राजदूत को भी वापस बुला लिया है.

समाचार एजेंसी एएनआई ने मंगलवार को इस खबर की जानकारी दी है. बता दें कि जम्मू कश्मीर के पुलवामा हमले के बाद भारत ने भी पाकिस्तान के राजदूत को बुलाकर आपत्ति जताई थी. पाकिस्तान शुरू से ही आतंकवाद को बढ़ावा देने वाला देश रहा है. भारत ने पाकिस्तान को कई बार सबक सिखाया है, लेकिन इस बार अफगानिस्तान ने भी जोर का झटका दिया है. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के गैर जिम्मेदाराना बयान पर भी अफगानिस्तान ने खेद जताया है. पुलवामा हमले के बाद भारत ने एयर स्ट्राइक कर पाकिस्तान में जैश के आतंकी ठिकाने को तबाह कर दिया था. उसके गुर्गे को मार गिराया था. यह भी पढ़ें - संयुक्त राष्ट्र संघ में भारत ने कहा- पाकिस्तान आतंकवाद को स्टेट पॉलिसी के तौर पर इस्तेमाल कर रहा है

इससे पहले भी संयुक्त राष्ट्र में भारत ने पाकिस्तान पर आतंकवाद के मुद्दे को लेकर वार किया था. पाकिस्तान को आंतकवाद का जनक करार देते हुए भारत के राजदूत राजीव चंदर ने कहा था कि आतंकवाद मानवाधिकार के सबसे मूल अधिकारों का उल्लंघन है. हमें इस जोखिम से अपने स्तर पर निपटना होगा.'इसके साथ ही भारत ने संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में कहा,' पाकिस्तान सीमा पार आतंकवाद को बढ़ावा देता है. मुख्य समस्या पाकिस्तान की तरफ से हैं. वह आतंकवाद अपने स्टेट पॉलिसी के तौर पर इस्तेमाल करता है. इस तथ्य को हमें समझना होगा.' संयुक्त राष्ट्र के 40वें सेशन को संबोधित करते हुए भारत ने कहा था कि दुनिया को आतंकवाद और उसे बढ़ावा देने वालों की निंदा करनी चाहिए. आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जानी चाहिए.

वहीं, जम्मू-कश्मीर के मसले को लेकर राजदूत राजीव चंदर ने कहा कि भारत का पक्ष जम्मू-कश्मीर को लेकर पहले ही परिषद में रखा जा चुका है. यह भारत का अभिन्न हिस्सा है, जिसके एक हिस्से पर पाकिस्तान ने कब्जा कर रखा है. बता दें कि इससे पहले पाकिस्तान के संयुक्त राष्ट्र में प्रतिनिधि ताहिर हुसैन अंद्राबी ने भी कश्मीर का मुद्दा उठाया था, जिसका जवाब भारत ने दिया. गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी को हुए आत्मघाती हमले का जवाब देते हुए भारत ने 26 फरवरी को यह एयरस्ट्राइक किया था. पुलवामा हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के 40 जवान शहीद हो गए थे. हमले के तुरंत बाद जैश ने इसकी जिम्मेदारी ली थी.