पूर्व पीएम के Fake Driving license का कर रहा था यूज, पुलिस के खुलासे ने किया हैरान
अब सबसे बड़ा सवाल ये है कि ये मामला सामने कैसे आया? आपको बता दें कि डच पुलिस ने इस मामले का पर्दाफाश किया है.
नई दिल्ली:
आज के समय में नकली और असली की पहचान करना बहुत मुश्किल हो गया है. ऐसी कोई चीज नहीं है, जिसका लोग कॉपी नहीं कर रहे हैं. इसी वजह से कई बार हमें असली सामान मिलने के बजाय डुप्लीकेट सामान भी मिल जाता है. नकली सामानों का बाजार इतना बड़ा कारोबार बन गया है कि वे नकली ड्राइविंग लाइसेंस भी बना रहे हैं. इसमें सबसे हैरानी की बात यह है कि ड्राइविंग लाइसेंस किसी देश के पूर्व पीएम और कई बड़े नेताओं के नाम से फर्जी बनाया जा रहा है. आप सोच रहे होंगे कि हम आपको क्या बता रहे हैं तो चलिए आपको बताते हैं टू द प्वॉइंट. यूक्रेन के बाजारों में लगभग देशों की पीएम या प्रेसिडेंट के नाम पर फर्जी ड्राइवर लाइलेंस और अन्य कई दस्तावेज मिल जाएंगे.
आखिर कैसे पता चला?
अब सबसे बड़ा सवाल ये है कि ये मामला सामने कैसे आया? आपको बता दें कि डच पुलिस ने इस मामले का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने शराब पीकर वाहन चलाने के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया. उसके पास मिले दस्तावेज बेहद चौंकाने वाले थे. एक पुलिस प्रवक्ता ने कहा कि उत्तरी शहर ग्रोनिंगन में रविवार आधी रात के बाद एक कार पुल के पास एक खंभे से टकरा गई थी. अधिकारियों ने कार को वहीं कार को छोड़ दिया और ड्राइवर को खोजने में लग गई. ड्राइवर शहर के एम्मा ब्रिज के पास से पकड़ गया. पुलिस प्रवक्ता थिज डमस्ट्रा ने समाचार एजेंसी एएफ़पी को बताया, "व्यक्ति अपनी पहचान नहीं बता सका और उसने ब्रेथ एनालाइज़र टेस्ट कराने से इनकार कर दिया. हालांकि जब पुलिस ने कार की तलाशी ली तो उन्हें कई चौंकाने वाले दस्तावेज मिले. पुलिस को बोरिस जॉनसन का फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस मिला. उस लाइसेंस पर पूर्व पीएम को यूक्रेन का नागरिक बताया गया था. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 35 वर्षीय व्यक्ति, जो कथित तौर पर ग्रोनिंगन के पश्चिम में जुइधोर्न शहर का निवासी है, उसे गिरफ्तार कर लिया.
इन बड़े नेताओं के मिलते हैं फर्जी लाइसेंस
अब आपके मन में सवाल चल रहा होगा कि आखिर ये फर्जी लाइंसेस मिलते कहां पर हैं? इस संबंध में डच सार्वजनिक प्रसारक एनओएस के लिए काम कर रही रूस के एक पूर्व संवाददाता ने कहा कि यूक्रेन में पर्यटक दुकानों में ऐसे नकली लाइसेंस खरीदे जा सकते हैं. "मैंने उन्हें [पूर्व जर्मन चांसलर एंजेला] मर्केल और [यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर] ज़ेलेंस्की, कई अन्य लोगों का फर्जी डॉक देखा है."