.

कोरोना को रोकने में कारगर है इस सांप का अणु.. जाने सांप का...

एक रिसर्च में पता चला है कि ब्राजिल के इस सांप के जहर के आगे कोरोना (corona) ने भी घुटने टेक दिए.

Written By : | Edited By :
01 Sep 2021, 04:15:47 PM (IST)

highlights

  • वायरल वीडियो में किया जा रहा दावा 
  • ब्राजिल के एक सांप का अणु कोरोनो वायरस को रोकने में कारगर
  •  सबसे लंबे सांपों में से एक है ब्राजिल का यह सांप 

New delhi:

सांप का नाम सुनते हीं जहन मे डर सताने लगता है. लेकिन जिस सांप की हम यहां बात कर रहे हैं वह जीवन रक्षक है. एक रिसर्च में पता चला है कि ब्राजिल के इस सांप के जहर के आगे कोरोना (corona) ने भी घुटने टेक दिए. बताया गया कि सांप के जहर के एक अणु ने बंदर की कोशिकाओं में कोरोना वायरस को आगे बढ़ने से रोक दिया. यह बात वैज्ञानिकों को बताई गई तो उन्होने बात की सच्चाई जानने के लिए संबंधित सांप पर शोध करने की बात कही है. ब्राजिल के इस जहरीले व सबसे लंबे की सांप की रिसर्च सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रही है. जिसमें दावा किया गया है कि यह सांप कोरोना को बढ़ने से रोकने में सक्षम है.

ये भी पढ़ें :6 साल के रियान ने बनाया विश्व रिकॅार्ड, बिना रुके चलाई 100 किमी साइकिल


दरअसल , साइंस पत्रिका Molecules में एक रिपोर्ट छपी है. जिसमें बताया गया है कि Jararacussu Pit नामक सांप के जहर से कोरोना को रोका जा सकता है. क्योंकि बंदर पर किये गए प्रयोग में यह सफल साबित हुआ है. बंदर में कोरोना 75 प्रतिशत तेजी से आगे बढ़ रहा था. संबंधित सांप के महज एक अणु ने कोरोना पर ब्रेक लगा दिया. साओ पाउलो यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर ने एक शोध में पाया है कि सांप के जहर का यह घटक वायरस के एक बेहद महत्वपूर्ण प्रोटीन को रोकने में सक्षम पाया गया. ब्राजिल में इस सांप की खोज के लिए टीम लगी हुई है. ताकि इस प्रजाति के सांपो को पकड़कर उन्हे कोरोना की दवाई में उपय़ोग किया जा सके.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सांप का जहर कोरोना वायरस को ठीक करने में सक्षम पाया गया है.' Jararacussu नामक सांप ब्राजील के सबसे लंबे सापों में से एक है, जिसकी लंबाई 6 फीट तक होती है. आने वाले समय में शोधकर्ता जहर के अणु की अलग-अलग मात्रा पर इसकी प्रभाविकता की जांच करेंगे और देखेंगे कि क्या यह वायरस को पहले चरण में कोशिका के भीतर प्रवेश करने से रोकने में सक्षम है या नहीं.  साओ पाउलो  के मुताबिक अभी सांप के अणु को लेकर शोध किया जा रहा है. शोध के बाद ही आगे की जानकारी क्लियर हो पाएगी.