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Nitin Gadkari: हाईवे से खत्म हो जाएंगे टोल प्लाजा, नितिन गडकरी का बड़ा ऐलान

Nitin Gadkari: केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने ऐलान किया है कि जल्द ही वाहनों से फास्टैग और सड़कों से टोल प्लाजा को खत्म कर दिया जाएगा...

News Nation Bureau
| Edited By :
28 Mar 2024, 10:00:10 PM (IST)

New Delhi:

Nitin Gadkari:  केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी अपने काम के लिए जाने जाते हैं. यही वजह है कि विपक्षी दलों के नेता भी उनकी तारीफ करते हैं. आज देश में सड़कों और राजमार्गों के जाल ने लोगों का जीवन काफी सरल कर दिया है. लोग अब घंटों की दूरी मिनटों में पूरी कर लेते हैं. इसके साथ ही नितिन गडकरी लोगों का जीवन टेक्नोलॉजी के माध्यम से सरल करने में जुटे हैं. इस क्रम में नितिन गडकरी ने नेशनल हाईवे पर टोल कलेक्शन के लिए सैटेलाइट बेस्ड सिस्टम को लॉन्च करने की घोषणा की है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि टोल कलेक्शन के मौजूदा सिस्टम को खत्म कर दिया जाएगा और नई टेक्नोलॉजी को लॉन्च किया जाएगा. इससे न केवल सरकार को टोल कलेक्ट करने में मदद मिलेगी, बल्कि लोगों को भी परेशानियों से छुटकारा मिलेगा. 

दूरी के हिसाब से टोल टैक्स देना होगा

नितिन गडकरी के अनुसार हाईवे पर यात्रा करने वाले लोगों को अब तय की गई दूरी के हिसाब से टोल टैक्स देना होगा. टोल टैक्स की राशि उनके बैंक खातों से काटी जाएगी. नितिन गडकरी ने कहा कि इस तरह से लोगों के समय के साथ ईंधन की भी बचत होगी. उन्होंने बताया कि पहले मुंबई से पुणे की यात्रा में 9 घंटे का समय लगता था, लेकिन अब यही दूरी 2 घंटे में पूरी कर ली जाती है. नितिन गडकरी ने कहा कि आने वाले समय में सरकार जीपीएस बेस्ड टोल कलेक्शन सिस्टम को लॉन्च करेगी. उन्होंने कहा कि एनएचएआई जीपीएस टेक्नोलॉजी आधारित टोल कलेक्शन सिस्टम इंटरड्यूज करेगा. इस टेक्नोलॉजी के तहत कार चालकों को नेशनल हाईवे यात्रा के दौरान टोल प्लाजा पर रुकना नहीं पड़ेगा. इसके स्थान पर तय दूरी के हिसाब से वाहन मालिकों के बैंक खातों से टोल का पैसा काट लिया जाएगा. 

जीपीएस सिस्टम के आधार पर होगा टैक्स कलेक्शन

केंद्रीय मंत्री ने नई टेक्नोलॉजी का जिक्र करते हुए बताया कि जीपीएस बेस्ड टोल सिस्टम को हाईवे पर दौड़ने वाली गाड़ी के जीपीएस कोऑर्डिनेट्स से मैच किया जाएगा. जैसे ही वाहन कलेक्शन प्वाइंच पर पहुंचेगा टोल चार्जेज अपने आप बैंक खाते से कट जाएंगे. इस टेक्नोलॉजी के लागू करने के लिए सभी गाड़ियों में जीपीएस के माध्यम से सैटेलाइन से मॉनिटर करने वाली नंबर प्लेट का होना अनिवार्य है. इसके लिए ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रीडर कैमरा हाईवे पर इंस्टॉल किया जाएगा, जो जीपीए इनेबल्ड नंबर प्लेट रीड करने का काम करेगा. जिसके बाद वाहन स्वामियों के बैंक खातों से टोल का पैसा काट लिया जाएगा.