'मिशन 2024' की तैयारी में जुटीं ममता, बोलीं- हर राज्य में 'खेला होबे'
'खेला होबे' का नारा देकर पश्चिम बंगाल में जीत का झंडा लहराने वाली ममता बनर्जी ने भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है
highlights
- ममता बनर्जी ने भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया
- 'मिशन 2024' की जुटीं ममता बनर्जी ने किया ऐलान
- राज्य में 16 अगस्त को मनाया जाएगा खेला दिवस
कोलकाता:
'खेला होबे' का नारा देकर पश्चिम बंगाल में जीत का झंडा लहराने वाली ममता बनर्जी ने भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. 'मिशन 2024' की जुटीं ममता बनर्जी ने बुधवार को ऐलान किया है कि जब तक देश से भारतीय जनता पार्टी का सफाया नहीं हो जाता, तब तक हर राज्य में 'खेला होबे'. इसके साथ ही उन्होंने 16 अगस्त को खेला दिवस मनाने का भी फैसला किया है. उन्होंने कहा कि इस मौके पर गरीब बच्चों को फुटबॉल बांटे जाएंगे. आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल में हाल ही हुए विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी ने 'खेला होबे' का नारा दिया था और भाजपा के खिलाफ शानदार जीत हासिल की थी. हालांकि भाजपा ने चुनाव में टीएमसी के सफाए और 200 से ज्यादा सीट जीतने का दावा किया था, लेकिन बंगाल की जनता ने फिर से ममता बनर्जी पर ही भरोसा जताया.
यह भी पढ़ें : पंजाब में सिद्धू का शक्ति प्रदर्शन, 62 एमएलए पहुंचे सिद्धू के आवास
पेगासस खतरनाक और क्रूर
ममता बनर्जी ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि हमारे फोन टैप हो रहे हैं. पेगासस खतरनाक और क्रूर है. मैं फोन पर किसी से बात नहीं कर सकती. उन्होंने सरकार का नाम लिए बिना कहा कि आप जासूसी के लिए बहुत अधिक पैसा दे रहे हैं. इसलिए मैंने अपना फोन प्लास्टर कर दिया है. हमें भी केंद्र पर प्लास्टर करना चाहिए नहीं तो देश तबाह हो जाएगा. भाजपा ने संघीय ढांचे को गिरा दिया है. उन्होंने कहा कि सभी फोन रिकॉर्ड किए गए हैं और वो उनको सुन रहे हैं. मैं ओडिशा और दिल्ली के मुख्यमंत्री और शरद पवार से बात नहीं कर सकती. ममता ने कहा कि सरकारी धन का इस्तेमाल जासूसी के लिए किया जा रहा है. जज, मंत्री और विधायकों के फोन पर पेगासस का कब्जा हो गया है. इस समय लोकतंत्र खतरे में है.
यह भी पढ़ें : जयपुर में छेड़खानी करने वालों की खैर नहीं, निर्भया दस्ता सिखाएगा सबक
चुनाव में धन, ताकत और माफिया को हराया
पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने विधानसभा चुनाव का जिक्र करते हुए कहा कि मैं देश और अपने राज्य के लोगों को बधाई देना चाहती हूं. क्योंकि हमनें पैसा, बाहुबल, माफिया ताकत और सभी एजेंसियों के खिलाफ लड़ाई लड़ी. तमाम बाधाओं के बावजूद, हम जीते क्योंकि बंगाल में लोगों ने हमें वोट दिया और हमें देश, दुनिया के लोगों का आशीर्वाद मिला.