UP: वाराणसी में फ्लाईओवर गिरने से 18 लोगों की मौत, मृतकों के परिजनों को 5 लाख रु के मुआवजे का ऐलान
उत्तर प्रदेश के वाराणसी में मंगलवार को एक निर्माणाधीन फ्लाईओवर गिरने से 18 लोगों की मौत हो गई। वहीं इसमें 50 से अधिक लोगों के फंसे होने की आशंका है।
highlights
- फ्लाईओवर के गिरने के बाद मलबे में 50 से अधिक लोगों के फंसे होने की आशंका है
- यूपी सीएम आदित्यनाथ ने उपमुख्यमंत्री और मंत्री को घटनास्थल पर भेजा
- घटना में फंसे लोगों को बाहर निकालने और राहत बचाव कार्य जारी
वाराणसी:
उत्तर प्रदेश के वाराणसी में मंगलवार को एक निर्माणाधीन फ्लाईओवर गिरने से 18 से अधिक लोगों की मौत हो गई।
घटना वाराणसी कैन्ट रेलवे स्टेशन के इलाके की है जहां फ्लाईओवर का एक हिस्सा गिरने से यह हादसा हुआ। इसमें 50 से अधिक लोगों के फंसे होने की आशंका है।
फ्लाईओवर गिरने के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और मंत्री नीलकंठ तिवारी को घटनास्थल पर जाने का निर्देश दिया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, 'मैं इस हादसे पर दुखी हूं। घटना से प्रभावित लोगों के परिवारों के प्रति मेरी संवेदना है। घटना की जांच के लिए कमेटी का गठन किया गया है। 48 घंटे में रिपोर्ट आएगी।'
योगी आदित्यनाथ ने कहा, 'एनडीआरएफ की पांच टीमें (250 जवान) वाराणसी भेजी गई हैं। मृतकों के परिवार वालों के लिए 5 लाख रुपये और गंभीर रूप से घायल लोगों के लिए 2 लाख रुपये मुआवजे के तौर पर दी जाएगी।'
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ वाराणसी में निर्माणाधीन फ्लाईओवर गिरने की घटना में घायल हुए लोगों से मिलने के लिए रवाना हुए हैं। वे घटनास्थल पर भी जाएंगे।
वाराणसी से सांसद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस घटना पर दुख जाहिर किया है और हरसंभव मदद का भरोसा दिया है।
घटना पर प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया, 'वाराणसी में निर्माणाधीन फ्लाईओवर के गिरने के कारण जान गंवाने वाले लोगों के लिए बेहद दुखी हूं। मैं घायल लोगों के जल्द ठीक होने की कामना करता हूं। अधिकारियों से बातचीत कर प्रभावित लोगों की हरसंभव मदद करने को कहा हूं।'
प्रधानमंत्री ने कहा, 'मैंने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से फ्लाईओवर गिरने की घटना के संबंध में बातचीत की है। यूपी सरकार स्थिति को करीब से निरीक्षण कर रही है और प्रभावित लोगों की सहायता के लिए काम कर रही है।'
वहीं अधिकारियों ने कहा कि यह घटना दोपहर बाद की है। जिसके बाद राहत बचाव टीम को घटनास्थल पर भेजा गया है। वरिष्ठ पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों भी घटनास्थल पर पहुंचे हैं।
इस निर्माणाधीन फ्लाईओवर के प्रोजेक्ट मैनेजर के आर कुंदन ने कहा, 'मैं जांच पूरी होने तक इस घटना के कारणों को नहीं बता सकता। क्रेंस अब भी आ रहे हैं और राहत कार्य लगातार जारी है।'
घटना में कई गाड़ियां भी दब गई जो शायद उस इलाके से गुजर रही थी।
ये फ्लाईओवर कैंट इलाके में मौजूद हैं, जिस पर काफी समय से निर्माण कार्य चल रहा था। मंगलवार शाम अचानक इसका एक हिस्सा गिर गया। इसमें मौके पर मौजूद कई गाड़ियां दब गईं।
अधिकारियों के मुताबिक, कितने लोग हताहत हैं यह तुरंत बता पाना मुश्किल है, लेकिन बचाव कार्य तेजी से शुरू कर दिया गया और मलबे में दबे लोगों को बाहर निकालने का प्रयास जारी है।
मुख्यमंत्री ने घटना में फंसे लोगों की हरसंभव मदद का भरोसा दिया है।
और पढ़ें: उत्तर प्रदेश: अस्पताल ने नहीं दी एंबुलेंस, बेटे का शव कंधे पर ले जाना पड़ा