.

UP: कैबिनेट की बैठक खत्म, बुजुर्गों की पेंशन बढ़ाने समेत इन फैसलों पर लगी मुहर

लखनऊ (Lucknow) के लोकभवन में आज सुबह 11 बजे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) की अध्यक्षता में कैबिनेट बैठक संपन्न हुई. जिसमें 6 अहम प्रस्तावों पर मुहर लगी.

News Nation Bureau
| Edited By :
11 Jun 2019, 02:05:21 PM (IST)

लखनऊ:

लखनऊ (Lucknow) के लोकभवन में आज सुबह 11 बजे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) की अध्यक्षता में कैबिनेट बैठक (Cabinet Meeting Todat) संपन्न हुई. जिसमें 6 अहम प्रस्तावों पर मुहर लगी (Cabinet Meeting Decisions). 3 दिन तक सीएम योगी अधिकारियों की कार्यशैली की जांच करेंगे. खराब परफॉर्मेंस वाले अधिकारियों पर गाज गिरना भी तय है. योगी सरकार ने कैबिनेट बैठक (Cabinet Meeting) में 40 लाख से ज्यादा बुजुर्गों को आज बड़ा तोहफा दिया है. वृद्धावस्था पेंशन (Old Age Pension) में 100 रुपये बढ़ाने के प्रस्ताव को आज मंजूरी मिल गई है. 60 से 79 साल तक के बुजुर्ग की पेंशन 400 रुपये से बढ़ाकर 500 रुपये करने के प्रस्ताव को आज कैबिनेट की मंजूरी मिल गई है. इसके अलावा 5 आन्य प्रस्तावों पर फैसला हुआ.

कैबिनेट के फैसले

  • प्रदेश में लघु माइक्रो ग्रेवी की स्थापना हेतु निमवाली 1961 में छठवां संशोधन किया गया है। ताजी बियर बनाने के लिए यह संशोधन किया गया है. जिसमें होटल में माइक्रो ग्रेवी लगाया गया है. जिसमे बियर का उत्पादन होता है. देश के 7 राज्यो में ऐसी स्थापना हुई है.
  • पहले इसमें लाइसेंस फीस 25 हजार थी जिसे बढ़ाकर ढाई लाख की गई है। लाइसेंस नवीनीकरण के लिये 2 लाख रुपये लगेंगे। प्रतिदिन 600 लीटर 2.1 लाख लीटर प्रतिवर्ष से अधिक उत्पादन नहीं किया जा सकता.
  • वृद्धावस्था पेंशन 400 से बढ़कर 500 रुपये किया गया है. राज्य अंश में 100 रुपये की और वृद्धि की गई है. 79 से ऊपर की आयु के बुजुर्गों को पहले से ही 500 रुपये पेंशन दी जा रही है. 41 लाख लाभार्थी अभी पेंशन पा रहे हैं. 1 जनवरी से यह बढ़ा हुआ पैसा मिलना शुरू होगा.
  • रायबरेली में चल रहे एम्स निर्माण को 2020 में निर्माण पूरा करने के लिए वहाँ जर्जर घरों को घ्वस्त करने के प्रस्ताव पर मुहर लगी है. इसके तहत 76 आवास ध्वस्त किए जाएंगे.
  • पीजीआई के डॉक्टरों की एज लिमिट अब 2 साल बढ़ा दी गई है. अब 35 के बजाय 37 साल के डॉक्टर भी भर्ती के लिए आवेदन कर सकेंगे.
  • बेसिक शिक्षा में एक बड़ा फैसला लिया गया है. सहायक शिक्षक बनने के लिए बीटीसी के साथ अब शिक्षकों को बीएड भी करना होगा.