सहज और सरल व्यक्तित्व के धनी सतीश महाना को हासिल है जनता का विश्वास और समर्थन
कानपुर छावनी विधानसभा क्षेत्र से सात बार विधायक रहे सतीश महाना वर्तमान में उत्तर प्रदेश की महाराजपुर विधान सभा निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. सतीश महाना उत्तर प्रदेश के योगी सरकार में औद्योगिक विकास मंत्री है.
नई दिल्ली:
राजनीति में बहुत विरले लोग होते हैं जिन्हें जनता का भरपूर समर्थन और प्यार मिलता है. सतीश महाना ऐसे ही नेता हैं जिनके पास जनता के विश्वास की थाती है. वे कानपुर छावनी विधानसभा क्षेत्र से सात बार विधायक रहे हैं और वर्तमान में वे उत्तर प्रदेश की महाराजपुर विधान सभा निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. सतीश महाना उत्तर प्रदेश के योगी आदित्यनाथ सरकार में औद्योगिक विकास मंत्री है. सतीश महाना का जन्म 14 मार्च 1960 को हुआ था. छात्र जीवन से ही वे राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़कर समाजसेवा और राजनीति में सक्रिय हैं. वर्तमान में उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री सतीश महाना 2009 में कानपुर से बीजेपी उम्मीदवार भी रहे लेकिन सफलता नहीं मिली. वे उत्तर प्रदेश विधान सभा में भारतीय जनता पार्टी के उप नेता रह चुके हैं.
सतीश महाना अपने सहज और सरल व्यक्तित्व के लिए जाने जाते हैं. जनता के लिए हमेशा उपलब्ध रहने वाले महाना के व्यक्तित्व की कई खूबियां हैं. एक घटना से सतीश महाना को समझा जा सकता है. वह घटना कानपुर की है. जिसे कई अखबारों ने प्रकाशित भी किया. कानपुर में लोग उस समय दंग रह गए जब योगी सरकार के मंत्री को एक दुकान में चाय बनाते देखा. पहले तो किसी को यकीन ही नहीं हो रहा था कि यह मंत्री जी हैं. पास जाकर देखा तो मामला सच निकला.
मंत्री सतीश महाना दुकान पर चाय बना रहे थे. इसकी खबर आसपास लगते ही दुकान पर लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा. दरअसल कैबिनेट मंत्री सतीश महाना एक दिन अपने निर्वाचन क्षेत्र में निकले थे. वे शहर के काली मंदिर रोड की चाय की दुकान पर पहुंचे थे. यहां उन्होंने दुकानदार से हालचाल पूछा. इसके बाद वह खुद चाय बनाने लगे. चाय बनाते देख आसपास निकल रहे लोगों की भीड़ एकत्र हो गई. कैबिनेट मंत्री के हाथ की चाय पीने के लिए हर कोई आतुर दिखा. कैबिनेट मंत्री सतीश महाना जनता दरबार से निकले. सभी ने चाय की तारीफ की.
दरअसल ऊर्मिला देवी के पति परवेज की महामारी की चपेट में आकर पिछले दिनों मौत हो गई थी. ऊर्मिला देवी पति की दुकान को खुद चला परिवार का पेट पालती है. महाना ने उन्हें हर संभव मदद का वादा किया.