.

स्कूटर से चलता था ढाई सौ करोड़ का मालिक पीयूष जैन, जांच में बड़ा खुलासा

कानपुर और कन्नौज के अलावा मुंबई और गुजरात में विशाल व्यापारिक साम्राज्य स्थापित करने वाले पीयूष जैन इस समय अपनी संपत्ति के साथ ही अपनी जीवन शैली के लिए चर्चा में है.

Amit Singh | Edited By :
27 Dec 2021, 07:30:33 PM (IST)

highlights

  • पीयूष जैन अपने रसायनज्ञ पिता से इत्र और खाद्य पदार्थ बनाने की कला सीखी
  • कानपुर में परफ्यूम बनाने का कारोबार शुरू किया
  • जैन ने अपने कन्नौज के घर को 700 वर्ग गज की हवेली में बदल दिया

कानपुर:

कानपुर के इत्र व्यापारी पीयूष जैन को अदालत ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. पीयूष जैन ने स्वीकार किया है कि उनके रिहायशी परिसर से बरामद नकदी बिना जीएसटी के माल की बिक्री से जुड़ी है. डीजीजीआई का कहना है कि ओडोकेम इंडस्ट्रीज का उपलब्ध रिकॉर्ड जीएसटी चोरी का भारी सबूत दे रहे हैं. उनके घर और कारखाने में  200 करोड़ से अधिक नकद मिले हैं. जैन को माल और सेवा कर की चोरी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है.

कानपुर और कन्नौज के अलावा मुंबई और गुजरात में विशाल व्यापारिक साम्राज्य स्थापित करने वाले पीयूष जैन इस समय अपनी संपत्ति के साथ ही अपनी जीवन शैली के लिए चर्चा में है. करोड़ों की संपत्ति वाले पीयूष जैन बहुत ही सादा जीवन जीते हैं. कन्नौज औऱ कानपुर में आमतौर पर उन्हें अपने पुराने स्कूटर से घूमते देखा जाता था. कन्नौज में उनके घर के बाहर दो कारें खड़ी हैं- एक क्वालिस और एक मारुति.  उनके परिसरों पर छापेमारी की तस्वीरें पिछले हफ्ते वायरल हुई थीं, जिसमें अधिकारियों को नोट गिनने की मशीन का इस्तेमाल करते हुए नोटों के ढेर को गिनने के लिए दिखाया गया था.

यह भी पढ़ें: 5 राज्यों में चुनाव : स्वास्थ्य सचिव ने ECI को सौंपी कोरोना स्थिति की रिपोर्ट

अधिकारियों ने नकदी के साथ-साथ जैन के आवास और कारखाने से सोना, चांदी, बेहिसाब चंदन का तेल, करोड़ों का इत्र भी जब्त किया है. पीयूष जैन अपने रसायनज्ञ पिता से इत्र और खाद्य पदार्थ बनाने की कला सीखी. और कानपुर में परफ्यूम बनाने का कारोबार शुरू किया. पिछले 15 सालों में देश के कई हिस्सों में इसका विस्तार किया. अब उनका मुंबई और गुजरात में तेजी से बढ़ता कारोबार है.

जैसे-जैसे व्यवसाय फला-फूला, जैन और उनके भाई अंबरीश ने अपने कन्नौज के घर को 700 वर्ग गज की हवेली में बदल दिया. लेकिन स्थानीय लोगों का कहना है कि जब भी वह शहर आता है, जैन को अपने पुराने स्कूटर पर देखा जाता है. पीयूष जैन तड़क-भड़क से दूर सादा जीवन व्यतीत करता है.