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वैक्सीनेशन की तैयारी जोरों पर, 22 जनपदों में वैक्सीन कोल्ड चेन बन कर तैयार

कोरोनावायरस की वैक्सीन अभी देश में आई नहीं है लेकिन इससे पहले राज्य सरकारों ने अपने इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करना ना सिर्फ शुरू कर दिया है बल्कि इसकी तैयारियों को आखरी तौर पर अंजाम दे रहे हैं.

News Nation Bureau
| Edited By :
15 Dec 2020, 04:46:30 PM (IST)

लखनऊ:

कोरोनावायरस की वैक्सीन अभी देश में आई नहीं है लेकिन इससे पहले राज्य सरकारों ने अपने इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करना ना सिर्फ शुरू कर दिया है बल्कि इसकी तैयारियों को आखरी तौर पर अंजाम दे रहे हैं. उत्तर प्रदेश सरकार ने 15 दिसंबर की डेडलाइन तय की थी जब तक कोल्ड चेन को लेकर तैयारियां पूरी कर ली जाएंगी. उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री की माने तो कोल्ड चेन को लेकर एनएचएम द्वारा जारी किए गए बजट के अंतर्गत 22 जनपदों जिनमे लखनऊ, गोरखपुर, अलीगढ़, एटा शामिल हैं, पूरा भी कर लिया गया है.

स्वास्थ्य मंत्री जयप्रताप सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में डिस्ट्रिक्ट वैक्सीन सेंटर के ठीक बगल में कोविड वैक्सीन स्टोर सेंटर को तैयार कर लिया गया है. यहां पर वैक्सीन को बड़े-बड़े डीप रेफ्रिजरेटर आईएलआर में एक उचित तापमान में स्टोर करने की तैयारी है बिल्डिंग को रंग रोगन करते हुए उचित तैयारियों को अंजाम दे दिया गया है. यहां पर वैक्सीनेशन का काम भी होगा और उसके लिए वेटिंग रूम, वैक्सीनेशन रूम और ऑब्जरवेशन रूम को चमका दिया गया है. कोविड वैक्सीनशन स्टोर सेंटर के स्टोर मैनेजर की माने तो इस इमारत में सभी तैयारियों को अंजाम दे दिया गया है. चार आईएलआर 300 लीटर की क्षमता वाले पहले ही यहां पर पहुंच चुके हैं जिन में आने वाली कोरोनावायरस की वैक्सीन को संरक्षित किया जाएगा.

उत्तर प्रदेश सरकार की स्वास्थ विभाग की माने तो इस बीच केंद्र सरकार की तरफ से मास्टर ट्रेनर की द्वारा दी गई ट्रेनिंग भी स्वास्थ्य कर्मियों को करा दी गई है वैक्सीन आने पर वैक्सीनेशन की प्रक्रिया को अब तैयार किए गए ढांचे की मदद से जल्द से जल्द शुरू कराने वाली स्थिति में उत्तर प्रदेश आ चुका है. 22 जिलों में जो कमियां देखी गई थी उन में उन कमियों को भी तयशुदा डेडलाइन के भीतर पूरा कर लिया गया है. राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के द्वारा जारी बजट से इन कामों को पूरा करा लिया गया है और अब इंतजार वैक्सीन का है जिसके बाद टीकाकरण की प्रक्रिया को युद्ध स्तर पर चलाया जा सकेगा. उत्तर प्रदेश ने चार करोड़ वैक्सीन की मांग केंद्र सरकार से की है जिसमें सबसे पहले हेल्थ वर्कर्स फिर फ्रंट लाइन वर्कर इसके बाद सीनियर सिटीजन और फिर आखिर में उन लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी जिन्हें इनकी जरूरत होगी.