उपभोक्ता देवो भवः की हो नीति, संवाद से समाधान की कार्यसंस्कृति : ऊर्जा मंत्री
भाजपा सरकार में 'उधार नहीं सुधार' की कार्यसंस्कृति है. यह सरकार सुधार की शुरुआत अपने घर से करती है. युवा इंजीनियर अपने उज्ज्वल भविष्य के लिए ऊर्जा क्षेत्र में सुधारों और उपभोक्ताओं की संतुष्टि के इस ऐतिहासिक दौर में अहम योगदान दें.
नोएडा:
भाजपा सरकार में 'उधार नहीं सुधार' की कार्यसंस्कृति है. यह सरकार सुधार की शुरुआत अपने घर से करती है. युवा इंजीनियर अपने उज्ज्वल भविष्य के लिए ऊर्जा क्षेत्र में सुधारों और उपभोक्ताओं की संतुष्टि के इस ऐतिहासिक दौर में अहम योगदान दें. ऊर्जा एवं अतिरिक्त ऊर्जा स्रोत मंत्री पं श्रीकान्त शर्मा ने यह बात नोएडा के NTPC पावर मैनजमेंट इंस्टीट्यूट सभागार में 'उपभोक्ता सेवा में सुधार' को लेकर शुक्रवार को आयोजित अभियंता संघ की संगोष्ठी में कही.
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि ईमानदार उपभोक्ता उपकेन्द्रों तक चलकर आता है. उसका सम्मान व शिकायतों का त्वरित निस्तारण सुनिश्चित करें. सस्ती, पर्याप्त व निर्बाध बिजली का संकल्प उपभोक्ताओं के सहयोग से ही संभव है. उन्होंने आगे कहा कि विद्युत उपकेन्द्रों पर 100% KYC कर विद्युत सेवाओं पर उपभोक्ताओं से लगातार फीडबैक लें और सेवाओं में सुधार करें. उपभोक्ता और अभियंता' ऊर्जा विभाग के दो पहिये हैं. उपभोक्ता देवो भवः की नीति पर चलें और 'संवाद से समाधान' की राह पर आगे बढ़ें.
श्रीकान्त शर्मा ने कहा कि प्रबंध निदेशक सही बिल-समय पर बिल और डाउनलोडेबल बिल उपभोक्ता को मिले, यह सुनिश्चित करें. यूपीपीसीएल चेयरमैन प्रदेश स्तर पर इसकी लगातार मॉनिटरिंग करें. उपभोक्ता सेवाओं में सुधार को लेकर उन्होंने कहा कि तीन महीने तक के बकायेदारों का डिस्कनेक्शन नहीं डोर नॉक करें. उपभोक्ताओं को बिल भरने के लिये प्रेरित करें। बगैर सूची लिये तकादा करने कार्मिक न जाएं.
आगामी गर्मियों में NCR के साथ प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों को ट्रिपिंग फ्री बनाना है. उपकेन्द्रों की नियमित समीक्षा, लगातार पेट्रोलिंग, लोड बैलेंसिंग और ओवरलोड डिस्ट्रीब्यूशन उपकेन्द्रों को ट्रांसमिशन उपकेन्द्रों से जोड़ने के कार्य में तेजी लाएं. व्यवस्था में सुधार के लिए किसी भी स्तर पर योगदान छोटा नहीं है. सब स्टेशन आत्मनिर्भर बनेंगे तभी डिसकॉम्स आत्मनिर्भर बनेंगे. उपकेन्द्रों को उपभोक्ताओं के लिये आदर्श बनाकर ही उपभोक्ता शिकायतों का ग्राफ शून्य किया जा सकता है. कार्यक्रम में उत्पादन, वितरण व पारेषण के अभियंता मौजूद रहे.