AMU में असदुद्दीन ओवैसी को बुलाने पर हुआ विवाद, हिंसा में महिला पत्रकार समेत दर्जनों छात्र घायल
इस कार्यक्रम में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के नेता और सांसद असदुद्दीन ओवैसी को भी आमंत्रित किया गया था
अलीगढ़:
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (AMU) छात्रसंघ ने मंगलवार को सोशल साइंस फैकल्टी के कॉन्फ्रेंस हॉल राजनीतिक पार्टियों के नेताओं की बैठक बुलाई थी. इस कार्यक्रम में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के नेता और सांसद असदुद्दीन ओवैसी भी आमंत्रित थे. बैठक में असदुद्दीन ओवैसी के प्रवेश को लेकर एएमयू छात्र नेता अजय सिंह ने कुलपति को पत्र भेजकर प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने की मांग की और उनका विरोध करने की घोषणा की थी. इसी के साथ अजय सिंह कुछ साथी छात्रों के साथ एएमयू सर्कल पर पहुंच गए. इस दौरान उनके साथी छात्र मनीष चौधरी ने परिसर में कुछ छात्रों से मारपीट कर दी. मनीष अपने आप को बचाते हुए अजय सिंह के पास आए तो अजय सिंह अपने साथ एक दर्जन छात्रों को लेकर प्रशासनिक ब्लॉक पर धरने पर बैठ गए. इसी बीच परिसर से हजारों छात्रों की भीड़ आई और अजय सिंह समेत धरने पर बैठे सभी छात्रों को दौड़ाकर बेरहमी से मारने पीटने लगी.
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AMU छात्रसंघ के तत्वावधान में आयोजित राजनीतिक पार्टियों के नेताओं की बैठक के दौरान AMU छात्रों ने एक न्यूज चैनल की दो महिला पत्रकारों और कैमरामैनों के साथ मारपीट की तथा उनका कैमरा भी तोड़ दिया. वहीं एक छात्र से मारपीट किए जाने को लेकर प्रशासनिक ब्लॉक पर धरने पर बैठे एएमयू छात्र नेता अजय सिंह समेत एक दर्जन छात्रों के साथ बेरहमी से मारपीट कर उन्हें घायल कर दिया गया. खबर के मुताबिक, एक दर्जन वाहनों में तोड़फोड़ की गई तथा आग भी लगा दी गई, इस दौरान वहां फायरिंग भी हुई.
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वहीं सर्कल चौराहे पर आते-जाते लोगों और पत्रकारों को भी मारा-पीटा गया, साथ ही वहां खड़े वाहनों में तोड़फोड़ की गई. इसकी सूचना पाकर शहर के कुछ युवक वहां पहुंचे और बहुत मुश्किल से घायल अजय सिंह को वहां से निकाल कर लाए और वरुण ट्रॉमा सेंटर में जाकर भर्ती कराया. घायल अजय सिंह का कहना है, 'हिंदू छात्रों के साथ परिसर में अन्याय होता है और उसका जब विरोध किया जाता है तो उन पर हमला किया जाता है.'
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इसी बैठक की कवरेज के लिए आई दो महिला रिपोर्टरों और कैमरा मैन को कॉन्फ्रेंस हॉल के बाहर छात्रों ने रोका तथा छात्रों ने मीडियाकर्मियों से मारपीट भी की और उनका कैमरा तोड़ दिया. पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद छात्रों के बीच से मीडियाकर्मियों को बाहर निकाला. एएमयू परिसर के अंदर और बाहर यह सब करीब चार घंटे तक चला. बाइकों और गाड़ियों में तोड़-फोड़ कर आग भी लगा दी गई. इस दौरान एसपी सिटी आशुतोष द्विवेदी, एएसपी नीरज जादौन, कई थानों की फोर्स, पीएसी और आरएएफ की टीम भी वहां पहुंच गई.
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पत्रकार नलिनी शर्मा ने थाना सिविल लाइन में मुकदमा दर्ज कराया है. जिलाधिकारी चंद्र भूषण सिंह ने इस संबंध में बताया, 'एएमयू की सभी घटनाओं की जिम्मेदारी एएमयू प्रशासन की है. जिला प्रशासन को वहां दखल देने की अनुमति नहीं है. सुरक्षाबल मांगने पर ही हम उपलब्ध कराते हैं. अधिकारियों को निर्देश दे दिए हैं कि सुरक्षा व्यवस्था में कोई कोताही नहीं बरती जाए.' उधर एसपी सिटी आशुतोष द्विवेदी का कहना है कि एएमयू परिसर में कवरेज करने आई महिला पत्रकारों से हुई मारपीट, बदसलूकी और लूट की घटना का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. छात्रों की ओर से अभी कोई तहरीर नहीं मिली है. तहरीर आने पर विधिक कार्रवाई की जाएगी. साथ ही पूरे मामले की जांच एसआईटी (SIT) से कराई जाएगी.