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सीएम योगी के राम मंदिर पर दिए बयान पर अखिलेश यादव ने कहा, पहले किसानों को बचाएं

आदित्यनाथ ने कहा था कि राम मंदिर मसले पर लोगों का धैर्य समाप्त हो रहा है और सुप्रीम कोर्ट इस विवाद पर जल्द आदेश देने में असमर्थ है इसलिए इसे हमारे हवाले कर देना चाहिए और 24 घंटे के भीतर इसका समाधान हो जाएगा.

News Nation Bureau
| Edited By :
27 Jan 2019, 05:24:18 PM (IST)

लखनऊ:

अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के मुद्दे पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्याथ के हालिया बयान पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उनकी तीखी आलोचना की है. अखिलेश ने कहा कि अगर कोई मुख्यमंत्री 26 जनवरी को मौके पर ऐसी चीजें कहता है तो आप सोच सकते हैं कि वे किस तरह के मुख्यमंत्री हैं. दरअसल शनिवार को योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि राम मंदिर मसले पर लोगों का धैर्य समाप्त हो रहा है और सुप्रीम कोर्ट इस विवाद पर जल्द आदेश देने में असमर्थ है इसलिए इसे हमारे हवाले कर देना चाहिए और 24 घंटे के भीतर इसका समाधान हो जाएगा.

मुख्यमंत्री के इस बयान पर अखिलेश यादव ने कहा, 'मैं मुख्यमंत्री से कहता चाहता हूं कि जनता उन्हें 90 दिन दे चुकी है. जानवरों से फसलों को बचाने के लिए कुछ करें. किसानों को पहले बचाना जरूरी है.'

उन्होंने कहा, 'हमने अभी 26 जनवरी मनाया है. अगर कोई मुख्यमंत्री 26 जनवरी को मौके पर ऐसी चीजें कहता है तो आप सोच सकते हैं कि वे किस तरह के मुख्यमंत्री हैं.'

इससे पहले एक निजी चैनल द्वारा पूछे गए सवाल पर आदित्यनाथ ने कहा था, 'मैं अब भी अदालत से विवाद का निपटारा जल्द करने की अपील करूंगा. इलाहाबाद उच्च न्यायालय की खंडपीठ ने 30 सितंबर 2010 को भूमि बंटवारे के मसले पर आदेश नहीं दिया, बल्कि यह भी स्वीकार किया कि बाबरी ढांचा हिंदू मंदिर या स्मारक को नष्ट करके खड़ा किया गया था. भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने उच्च न्यायालय के आदेश पर खुदाई की और अपनी रिपोर्ट में स्वीकार किया कि बाबरी के ढांचे का निर्माण हिंदू मंदिर या स्मारक को नष्ट करके किया गया था.'

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उन्होंने कहा, 'टाइटल का विवाद अनावश्यक रूप से जोड़कर अयोध्या विवाद को लंबा खींचा जा रहा है. हम सर्वोच्च न्यायालय से लाखों लोगों की संतुष्टि के लिए जल्द से जल्द न्याय देने की अपील करते हैं, ताकि यह जनास्था का प्रतीक बन सके. अनावश्यक विलंब होने से संस्थानों से लोगों का भरोसा उठ जाएगा. जहां तक लोगों के धैर्य और भरोसे की बात है तो अनावश्यक विलंब से संकट पैदा हो रहा है.'

उन्होंने कहा, 'मैं कहना चाहता हूं कि अदालत को अपना फैसला शीघ्र देना चाहिए. अगर वह ऐसा करने में असमर्थ हैं तो वह मसला हमें सौंप दें. हम राम जन्मभूमि विवाद का समाधान 24 घंटे के भीतर कर देंगे. हम 25 घंटे नहीं लेंगे.'

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इसके अलावा उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के बीच गठबंधन के मसले पर मुख्यमंत्री ने कहा था कि अगर वे जाति के आधार पर लड़ाई को निचले स्तर तक ले जाएंगे तो यह 70-30 का मुकाबला होगा. उन्होंने कहा कि 70 फीसदी मतदाता भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के साथ हैं और बाकी 30 फीसदी गठबंधन के पास.

(IANS इनपुट्स के साथ)