.

लखनऊ में सपा ने लगाए अखिलेश बनाम योगी के होर्डिंग, मुकदमों को लेकर रार 

राजधानी लखनऊ की सड़कों पर एक पोस्टर लगा है, जिसे लेकर रार मच गई है. एक तरफ अखिलेश की तस्वीर है, जबकि दूसरी ओर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तस्वीर है.

News Nation Bureau
| Edited By :
16 Mar 2021, 03:43:15 PM (IST)

highlights

  • अखिलेश यादव के खिलाफ मुरादाबाद के पकबारा थाने में मामला दर्ज
  • पत्रकारों के साथ सपा कार्यकर्ताओं द्वारा पिटाई को लेकर दर्ज हुई एफआईआर
  • लखनऊ में सपा कार्यकर्ताओं ने लगाई अखिलेश बनाम योगी के होर्डिंग

लखनऊ:

पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पर केस दर्ज कराए जाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. अब लखनऊ की सड़कों पर एक ऐसा पोस्टर लगा है जिसे लेकर रार मची हुई है. इस पोस्टर में एक तरफ अखिलेश की तस्वीर है तो दूसर तरफ योगी आदित्यनाथ की तस्वीर है. इस तस्वीर के बहाने सपा ने बीजेपी पर निशाना साधा है. तस्वीर में अखिलेश यादव पर मुकदमा लिखाने और योगी आदित्यनाथ पर मुकदमा हटाने का जिक्र किया गया है. इस तस्वीर को लखनऊ के 1090 चौराहे पर लगाया गया है. इस होर्डिंग को मुरादाबाद में अखिलेश यादव पर हुई एफआईआर के प्रकरण के बाद लगाया गया है. होर्डिंग में अखिलेश यादव पर मुकदमे लिखवाने और सीएम योगी पर मुकदमे हटाने की बात का जिक्र है.

अखिलेश बोले-सरकार बनने पर होगी फर्जी एनकाउंटर की जांच  
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि प्रदेश में सपा की सरकार बनने के बाद सभी फर्जी एनकाउंटर की जांच की जाएगी. उन्होंने कहा कि फर्जी एनकाउंटर के साथ ही हिरासत में मौतों की जांच भी होगी, मानवाधिकार आयोग की रिपोर्ट और पीड़ित परिवारों की शिकायत पर जांच होगी. अखिलेश यादव ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि संविधान पर हमले हो रहे हैं. अखिलेश यादव ने कहा कि नेताओं को फर्जी मामलो में फंसाया जा रहा है. जांच एजेंसियों पर छापे ही नहीं उन पर शारीरिक हमले भी हो रहे हैं.  

मुरादाबाद में दर्ज हुआ अखिलेश के खिलाफ केस
गौरतलब है कि मुरादाबाद में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की प्रेस कांफ्रेंस में पत्रकारों पर हुए हमले के मामले में अखिलेश यादव के साथ 20 अन्य सपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ नामजद केस दर्ज हुआ है. मुरादाबाद के पकबारा थाने में मामला दर्ज कराया गया है. अखिलेश के खिलाफ धारा 147, 342 और 323 के तहत  FIR दर्ज हुई. सपा सुप्रीमो के साथ ही 20 अन्य सपा नेताओं पर भी मुकदमा दर्ज किया गया.  दूसरी तरफ कुछ पत्रकारों के खिलाफ भी मामला दर्ज कराया गया है. अखिलेश यादव की मौजूदगी में ही सपा कार्यकर्ताओं द्वारा पत्रकारों के साथ मारपीट को लेकर पत्रकारों में खासा रोष है.