.

बंदूक के दम पर विधायकों का अपहरण, कर्नाटक कांग्रेस के नेता ने बीजेपी पर लगाए गंभीर आरोप

पाला बदलकर अपनी-अपनी पार्टी को धोखा देने पर आमादा कर्नाटक के कांग्रेस और जनता दल (सेकुलर) के बागी विधायक सोमवार से महाराष्ट्र के अलग-अलग हिस्सों में डेरा डाले हुए हैं

News Nation Bureau
| Edited By :
10 Jul 2019, 06:44:59 AM (IST)

highlights

  • कर्नाटक संकट जारी 
  • कांग्रेस ने बीजेपी पर लगाया आरोप
  • बंदूक की नोक पर विधायकों का अपहरण

नई दिल्ली:

कर्नाटक में नाटक जारी है. कर्नाटक कांग्रेस नेता जमीर अहमद ने बीजेपी पर बड़ा आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि बीजेपी ने हमारे विधायकों को बंदूक की नोक पर अपहरण कर लिया है. उन लोगों से संपर्क नहीं हो पा रहा है. उनके मोबाइल फोन जब्त कर लिया गया है. उन्होंने कहा कि सभी अपहृत विधायकों को अपने परिवार के लोगों से बात करने की इजाजत नहीं है. यदि उनको मुक्त किया गया तो हमारे सभी विधायक वापस लौट पाएंगे. हर एक विधायक पर 4 से 5 लोग नजर रख रहे हैं.

यह भी पढ़ें - कर्नाटक के स्पीकर ने राज्यपाल को लिखा पत्र, 13 में से 8 विधायकों का इस्तीफा असंवैधानिक


बागी विधायक महाराष्ट्र में ठहरे हैं

पाला बदलकर अपनी-अपनी पार्टी को धोखा देने पर आमादा कर्नाटक के कांग्रेस और जनता दल (सेकुलर) के बागी विधायक सोमवार से महाराष्ट्र के अलग-अलग हिस्सों में डेरा डाले हुए हैं, पार्टी सूत्रों ने यहां मंगलवार को यह खुलासा किया, 12 विधायकों का एक गुट यहां शनिवार को बेंगलुरू से चार्टर्ड विमान से पहुंचा.
इसके बाद एक निर्दलीय सहित दोनों पार्टियों के एक-एक विधायक रविवार और सोमवार को आए, वे यहां के बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स स्थित सोफीटेल होटल में ठहरे हुए हैं. बताया जा रहा है कि सोमवार शाम सभी 14 विधायक चुपचाप सड़क मार्ग से गोवा के लिए रवाना हो गए, सतारा में कुछ और बागी विधायक उनके साथ शामिल हो गए.

17 जुलाई को बहुमत साबित करने को कहा जा सकता है

कर्नाटक में विधानसभा अध्यक्ष के.आर. रमेश कुमार सदन में 17 जुलाई को एच. डी. कुमारस्वामी सरकार को बहुमत साबित करने के लिए कह सकते हैं, उन्होंने मंगलवार को कांग्रेस और जनता दल (एस) के सभी 13 विधायकों के इस्तीफों को मंजूर करने से मना कर दिया, स्पीकर ने यहां कहा कि इनमें से आठ विधायकों के इस्तीफे तयशुदा फार्मेट में नहीं हैं और पांच अन्य को यह स्पष्टीकरण देने की जरूरत है कि उनका यह कदम क्यों नहीं दल बदल विरोधी कानून के दायरे में आता है.उन्होंने कहा कि इन विधायकों को इस्तीफों को फिर से दाखिल करने और इनकी वजहों का खुलासा करने के लिए 21 जुलाई तक का समय दिया गया है.

यह भी पढ़ें -  केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह ने 'कर्नाटक संकट' के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया

बागी विधायकों को अयोग्य ठहराएं

कांग्रेस ने यहां मंगलवार को पार्टी के उन 10 बागी विधायकों में से नौ को अयोग्य घोषित करने की मांग की, इन विधायकों ने कर्नाटक विधानसभा से इस्तीफा दे दिया है, कांग्रेस विधायक दल के नेता सिद्धारमैया ने यहां संवाददाताओं से कहा, "हमने अध्यक्ष के.आर. रमेश कुमार को दलबदल विरोधी कानून के तहत 9 बागी विधायकों को अयोग्य ठहराने के लिए आवेदन दिया है. हालांकि, पार्टी ने वरिष्ठ विधायक रामलिंगा रेड्डी को अयोग्य घोषित नहीं किया है, इसलिए उम्मीद है कि वह जल्द ही अपना इस्तीफा वापस ले लेंगे. (इनपुट आईएनएस के साथ)