.

विधायक दल की बैठक में शामिल हुए पायलट, CM गहलोत बोले- अपने तो अपने होते हैं...

14 अगस्त से शुरू होने वाले विधानसभा सत्र से पहले गुरुवार को सीएम अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट (Sachin Pilot) एक साथ कांग्रेस विधायक दल की बैठक में शरीक हुए.

News Nation Bureau
| Edited By :
13 Aug 2020, 11:54:11 PM (IST)

नई दिल्‍ली:

राजस्थान का सियासी संकट (Rajasthan Political Crisis) खत्म हो गया है. 14 अगस्त से शुरू होने वाले विधानसभा सत्र से पहले गुरुवार को सीएम अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट (Sachin Pilot) एक साथ कांग्रेस विधायक दल की बैठक में शरीक हुए. इस बैठक में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि मैं चाहूंगा कि ऐसी मीटिंग आगे और भी हो और हम लोग नई परंपरा भी डालेंगे.

यह भी पढे़ंः BJP के अविश्वास मत लाने से पहले करेंगे फ्लोर टेस्ट : अशोक गहलोत

राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि कांग्रेस पार्टी का 135 साल का इतिहास है. बीजेपी वाले इस बात को फैलाते रहते हैं कि पंडित नेहरू की पटेल से बनती नहीं थी, आंबेडकर और पंडित की नहीं बनती थी ये बहस के विषय चलते रहते हैं. उनको कौन समझाए जब आप पैदा ही नहीं हुए थे उस जमाने की बात आप कर रहे हो. उस जमाने में इतनी बड़ी हस्तियां थीं दूरदृष्टि थी उनके मनों में भेद नहीं होते थे और पूरे देश का नक्शा रखकर राजनीति करते थे कि कैसे गुलामी की जंजीरों से मुक्त हों.

गहलोत ने आगे कहा कि हमने इंदिरा गांधी के वक़्त में देखा है उन जैसी महान नेता चुनाव हार गई थीं और मुझे याद है कि हम एनएसयूआई में काम करते थे. इंदिरा का चुनाव हारना देश-दुनिया के लिए कल्पना से बाहर की बात थी, इतनी बड़ी महान नेता थीं. रेडियो पर जब इंदिरा के हारने की खबर आई तो जो समाचार वाचक हैं उसके मुंह से निकला-अरे बाप रे... वो टाइम भी देखा कि इंदिरा गांधी कैसे चुनाव हार सकती हैं.

यह भी पढे़ंः चीन से जारी विवाद के बीच IAF प्रमुख ने मिग-21 विमान से भरी उड़ान, किया ये काम

उन्होंने कहा कि फिर आंधी चली इंदिरा की, वीरेंद्र पाटिल थे. हमारे कर्नाटक के मुख्यमंत्री रहे हुए थे, वरिष्ठ नेता थे, बाइलेक्शन हुआ Chikmagalur के अंदर इंदिरा गांधी खड़ी हुईं वहां पर सामने वहीं वीरेंद्र पाटिल, कांग्रेस संगठन अलग था कांग्रेस आई अलग थी उन्होंने वीरेंद्र पाटिल को खड़ा कर दिया. हम तमाम लोग भी वहां कैम्पेन में गए. हमने देखा कि 6-8 महीने में पार्लियामेंट के चुनाव आते हैं, कांग्रेस की आंधी चलती है.

उन्होंने कहा कि वो वीरेंद्र पाटिल जिनसे इंदिरा चुनाव जीतकर आई थीं और उन्हें पार्लियामेंट से वापस निष्कासित कर दिया. आपको आश्चर्य होगा वो वीरेंद्र पाटिल कांग्रेस की टिकट पर चुनाव जीते और पाटिल केंद्रीय मंत्री बने. गर्व है कि हम उस पार्टी के सिपाही हैं जिस पार्टी का त्याग बलिदान कुर्बानी का इतिहास रहा है, इसलिए मैं कहना चाहूंगा कि जो बातें हुई हैं इन सबको भूलना है हमें बड़ा दिल रखना है, मिलकर चलना है.

यह भी पढे़ंः कांग्रेस विधायक दल की बैठक, गहलोत और पायलट की मुलाकात, देखें Video 

सीएम गहलोत ने बैठक में कहा कि आज मान लीजिये हमारे कुछ साथी नहीं आते, फ्लोर टेस्ट होता, सरकार बच जाती मान लो, ईमानदारी की बात ये है कि हमारे दिल में वो खुशी नहीं होती, सरकार बचती हम काम करते, हमारे हमारे ही होते हैं, पराए पराए ही होते हैं. जिस रूप में हम सब लोग मिलकर चुनाव जीतकर आए, सबके सहयोग से सरकार बनी थी जो जीतकर आए थे और उसके बाद में हम अलग-अलग हो जाएं ये कैसे संभव हो सकता है.

उन्होंने आगे कहा कि सब लोगों ने बहुत बड़प्पन दिखाया. सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका ने सबसे बात की. वेणु गोपाल ये तो खुद मौजूद थे. यह बात सबके सामने हुई. मैं गुजारिश करूंगा आज कृपया जो बार-बार हम बोलते हैं, राहुल गांधी रोज ट्वीट करते हैं कि देश और डेमोक्रेसी के प्रति मोदी और अमित शाह का जो रवैया है, पूरा देश देख रहा है. धर्म के नाम पर आप चुनाव जीतकर आ जाते हो देश का भविष्य क्या होगा? कांग्रेस देश में सभी को एक रखकर चली है हम कामयाब हुए हैं. कांग्रेस विधायक दल की बैठक को वेणुगोपाल, अविनाश पांडे, अजय माकन, रणदीप सुरजेवाला, गोविन्द सिंह डोटासरा, सचिन पायलट ने भी संबोधित किया.