NCP-BJP के बीच 'बमबाजी', नवाब मलिक बोले- आज गिराऊंगा हाइड्रोजन बम
महाराष्ट्र के गृह मंत्री नवाब मलिक और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. देवेंद्र फडणवीस ने मंगलवार को मीडिया के सामने नवाब मलिक के अंडरवर्ल्ड से संबंधों को लेकर कई डाक्यूमेंट्स रखे थे.
नई दिल्ली:
महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री नवाब मलिक और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. देवेंद्र फडणवीस ने मंगलवार को मीडिया के सामने नवाब मलिक के अंडरवर्ल्ड से संबंधों को लेकर कई डाक्यूमेंट्स रखे थे. इस पर नवाब मलिक ने फडणवीस को जवाब देते हुए कहा कि उन्होंने जिस बम को फोड़ने की बात कही थी, वह फूटा नहीं बल्कि फुस्स हो गया है. नवाब मलिक ने कहा कि बुधवार की सुबह 10 बजे मैं देवेंद्र फडणवीस और उनके अंडरवर्ल्ड के कनेक्शन का हाइड्रोजन बम जरूर फोडूंगा.
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नवाब मलिक ने देवेंद्र फडणवीस पर हमला करते हुए कहा कि आपने प्रेसवार्ता में यह बात कही थी कि मेरे दामाद के घर से ड्रग्स बरामद हुआ था. बयान देने के बाद आप माफी नहीं मांगते हैं. उम्मीद है कि मेरी बेटी कल आपको नोटिस भेजेगी. इसके बाद माफी न मानते हुए आप इस लड़ाई को जारी रखेंगे.
मलिक ने देवेंद्र फडणवीस के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि उनका अंडरवर्ल्ड के किसी व्यक्ति से कोई कनेक्शन नहीं है. मुझ पर आजतक कोई भी इस तरह का आरोप नहीं लगा सका है. उन्होंने आगे कहा कि लगता है फडणवीस के मुखबिर कच्चे खिलाड़ी हैं. अगर फडणवीस कहते तो मैं उन्हें खुद सारे दस्तावेज दे देता. पहली बार में जब भाजपा-शिवसेना की सरकार के दौरान विधानसभा का उपचुनाव जीता था तब उसी गोवावाला कंपाउंड में मेरा कार्यालय था और वहीं पर जश्न सेलिब्रेट किया गया था.
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मलिक ने कहा कि फडणवीस अपने मुखबिरों की गलत सूचनाओं के आधार पर मेरे ऊपर बेबुनियाद इल्जाम लगा रहे हैं. इसी तरह से गोपीनाथ मुंडे भी लोगों को अंडरवर्ल्ड और दाऊद इब्राहिम के साथ जोड़ते थे. किसी ने भी मेरे 26 वर्षीय राजनीतिक जीवन में अभी तक इस तरह के आरोप नहीं लगाए हैं. मैंने इस जमीन को उस समय जो भी रेट चल रहा था उसके हिसाब से खरीदा था.
उन्होंने आगे कहा कि हम बतौर किराएदार गोवा वाला कंपाउंड में रहते थे. वहां की जो मालकिन थी उन्होंने हमें यह जमीन खरीदने का आफर दिया था. तब उस जगह का पावर ऑफ अटॉर्नी सलीम पटेल के पास था और उस जगह पर सरदार खान चौकीदारी करते थे. वहां की कुछ जमीन पर उन्होंने अपना नाम चढ़ावा लिया था. हमने इन दोनों चीजों को क्लियर करने के बाद और उन्हें पैसे चुकाने के साथ पूरी कानूनी प्रक्रिया का पालन करते हुए इस जमीन को खरीदा था.