.

शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड़ ने की CBSE से मुलाकात, परीक्षा को लेकर हुई ये बात

कोरोना वायरस की दूसरी लहर देश भर में कहर बरपा रही है. महाराष्ट्र के हालत दूसरे राज्यों के तुलना में ज्यादा खराब है. स्कूल शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड़ ने सीबीएसई से मुलाकात कर होने वाली बोर्ड की परीक्षाएं पर चर्चा की.  

IANS
| Edited By :
23 May 2021, 04:57:53 PM (IST)

मुंबई :

कोरोना वायरस (COVID19) की दूसरी लहर देश भर में कहर बरपा रही है. महाराष्ट्र के हालत दूसरे राज्यों के तुलना में ज्यादा खराब है. हालाकिं कोरोना के मामले में अब धीरे धीरे सुधर भी हो रहा है. राज्य में कोरोना को लेकर बदतर हालातों में सरकार ने पहले ही कई प्रतियोगी और हाल ही में बोर्ड परीक्षाएं स्थगित कर दी हैं. वहीं अब स्कूल शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड़ (School Education Minister Varsha Gaikwad) ने सीबीएसई (CBSE) से मुलाकात कर होने वाली बोर्ड की परीक्षाएं पर चर्चा की.  

स्कूल शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड़ के कहा कि आज सीबीएसई के साथ बैठक की और परीक्षा पर चर्चा की. उन्होंने कहा कि छात्रों के लिए सुरक्षित वातावरण प्रदान करना हमारी प्राथमिकता है. उन्होंने आगे बताया कि प्रीम कोर्ट को बताएंगे कि पिछला साल छात्रों के लिए दुर्भाग्यपूर्ण रहा. दूसरी कोरोना की लहर चल रही है और एक प्रत्याशित तीसरी लहर अभी बाकी है.

बता दें कि आगामी बोर्ड की परीक्षा को लेकर संशय की स्थिति बनी हुई है. कई बार इस तरह की खबर भी वायरल हुआ था कि  महाराष्ट्र में कक्षा 10वीं और 12वीं की परीक्षा रद्द कर दी गयी है. लेकिन महाराष्ट्र की शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड़ ने कहा कि ऐसी किसी भी खबर पर विश्वास न करें. शिक्षा मंत्री गायकवाड़ ने  ट्वीट कर कहा था कि कक्षा 10 और 12 वीं की परीक्षाओं के बारे में कुछ गलत जानकारी सोशल मीडिया पर प्रसारित हो रही है, जिसमें उनके ट्विटर हैंडल की एक प्रतिरूपित छवि है, जो दावा करती है कि सरकार ने कक्षा 10 और 12 वीं की परीक्षाएं रद्द करने का फैसला किया है. इस ट्वीट में यह भी कहा गया था कि परीक्षा के बजाए, छात्रों को एक असाइनमेंट बनाना होगा और अपने संबंधित स्कूलों में जमा करना होगा.

इससे पहले भी इस संबंध में स्कूल शिक्षा मंत्री वर्षा गायकवाड़ ने अपने सोशल मीडिया हैंडल से कहा था कि , “आपकी सेहत हमारी प्राथमिकता है. COVID-19 के नेचर और प्रसार को देखते हुए MVA सरकार को लगता है कि इस स्तर पर बोर्ड परीक्षा आयोजित करना बिल्कुल भी अनुकूल नहीं है. इसलिए हमने परीक्षा स्थगित कर दी. इसलिए अब सीबीएसई, सीआईएससीई को पत्र लिखकर रीशेड्यूल करने के लिए लिखा है. “हमें उम्मीद है कि ये बोर्ड भी हमारे नजरिए की सराहना करेंगे. 
बता दें कि महाराष्ट्र में बोर्ड परीक्षा के लेकर अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया गया है.