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फडणवीस ने फ्लोर टेस्ट करवाने की मांग की, उद्धव सरकार को बहुमत साबित करना होगा

महाराष्ट्र में जारी सियासी संकट अब नए मोड़ पर पहुंच गया है. देवेंद्र फडणवीस ने राज्यपाल से मुलाकात की है. फडणवीस ने राज्यपाल से फ्लोर टेस्ट करवाने की मांग की है.

News Nation Bureau
| Edited By :
29 Jun 2022, 10:09:47 AM (IST)

highlights

  • फडणवीस ने कहा है कि उनकी तरफ से राज्यपाल को एक पत्र भी दिया गया है
  • बागी विधायकों का कहना है कि उन्हें शिवसेना के साथ नहीं जाना है
  • महाराष्ट्र में राज्यपाल भगत सिंह कोशियारी से मिलने पहुंचे फडणवीस 

नई दिल्ली:

महाराष्ट्र में जारी सियासी संकट अब नए मोड़ पर पहुंच गया है. देवेंद्र फडणवीस (Devendra fadnavis ) ने राज्यपाल से मुलाकात की है. फडणवीस ने राज्यपाल से फ्लोर टेस्ट करवाने की मांग की है. महाराष्ट्र सरकार के पास बहुमत नहीं है. शिवसेना के बागी विधायक पार्टी के समर्थन में नहीं हैं. फडणवीस ने कहा है कि उनकी तरफ से राज्यपाल को एक पत्र भी दिया गया है. बागी विधायकों का कहना है कि उन्हें शिवसेना के साथ नहीं जाना है. वह महाविकास अघाडी को समर्थन नहीं दे रहे हैं. ऐसे में राज्यपाल को तुरंत फ्लोर टेस्ट के आदेश देने चाहिए. 

उद्धव सरकार को बहुमत साबित करना होगा. उन्होंने कहा है कि शिवसेना के बागी विधायकों को धमकाया जा रहा है. राज्यसभा सदस्य संजय राउत ने खुले तौर पर कहा है कि उनके 40 शव गुवाहाटी से लौटाए जाएंगे. इसके साथ शिवसेना के अन्य नेता भी इसी तरह की धमकी  वाली भाषा का उपयोग कर रहे हैं. इस दौरान देवेंद्र फडणवीस दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मिले हैं. इस मुलाकात में महाराष्ट्र की स्थिति पर चर्चा हुई.  इस मीटिंग के बाद फडणवीस सीधे महाराष्ट्र में राज्यपाल भगत सिंह कोशियारी से मिलने पहुंचे. 

ऐसा कहा जा रहा है कि इस मुलाकात में फडणवीस के साथ कुछ विधायक भी पहुंचे हैं. लंबे समय से चर्चा चल रही थी कि भाजपा का अगला कदम कया होगा. शिंदे गुट की ओर से  लगातार बड़े दावे हो रहे थे, लेकिन भाजपा अब इस खेल में शामिल हुई है. पार्टी हरकत में आई है और हाईकमान से मिलने के बाद सीधे फ्लोर टेस्ट की मांग कर रही है. भाजपा के पास महाराष्ट्र में सरकार बनाने का बड़ा मौका है. अगर शिंदे गुट के विधायक भाजपा के साथ आते हैं तो ऐसी स्थिति में राज्य में आसानी से सरकार बनाई जा सकती है. हालांकि इस मामले में कानूनी लड़ाई लंबी खिच सकती है.