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NCB में नहीं मिला IRS अफसर समीर वानखेड़े को एक्सटेंशन 

समीर वानखेड़े के नेतृत्व में ही पिछले दो सालों के अंदर करीब 17 हजार करोड़ रुपये के नशे और ड्रग्स रैकेट का पर्दाफाश किया गया.

News Nation Bureau
| Edited By :
03 Jan 2022, 07:52:15 PM (IST)

highlights

  • समीर वानखेड़े का NCB में एक्सटेंशन 31 दिसंबर को खत्म हो गया
  •  2008 बैच के आईआरएस अधिकारी हैं समीर वानखेड़े 
  • महाराष्ट्र सरकार के मंत्री नवाब मलिक ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया था

मुंबई:

मुंबई एनसीबी के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े (sameer wankhede) को एनसीबी में आगे एक्सटेंशन नहीं मिला है. उनका मौजूदा एक्सटेंशन 31 दिसंबर को खत्म हो गया है. बता दें कि समीर वानखेड़े IRS अफसर हैं जो मुंबई के ड्रग्स केसों की जांच के चलते चर्चा में आए थे. फिर वह आर्यन खान की गिरफ्तारी के बाद से लगातार सुर्खियों में रहे. उन्हें नशे और ड्रग्स से जुड़े मामलों का विशेषज्ञ माना जाता है. समीर वानखेड़े के नेतृत्व में ही पिछले दो सालों के अंदर करीब 17 हजार करोड़ रुपये के नशे और ड्रग्स रैकेट का पर्दाफाश किया गया.

IRS अफसर समीर वानखेड़े का एनसीबी में 4 महीने का एक्सटेंशन 31 दिसंबर 2021 को पूरा हो चुका है. एनसीआरबी में उनकी तैनाती को लेकर कई दिनों से कयास लगाए जा रहे थे कि उन्हें फिर से एक्सटेंशन मिल सकता है. लेकिन ऐसा नहीं हुआ. समीर वानखेड़े 2008 बैच के आईआरएस अधिकारी हैं. भारतीय राजस्व सेवा ज्वाइन करने के बाद उनकी पहली पोस्टिंग मुंबई के छत्रपति शिवाजी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर डिप्टी कस्टम कमिश्नर के तौर पर हुई थी. उनकी काबलियत की वजह से उन्हें बाद में आंध्र प्रदेश और फिर दिल्ली भी भेजा गया.  

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इसके बाद समीर वानखेड़े को डीआरआई से नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो में ट्रांसफर किया गया था. एनसीआरबी की मुंबई यूनिट के मुखिया के तौर पर समीर ने बॉलीवुड में खलबली मचा दी थी. कई फिल्मी हस्तियों से पूछताछ करने के लिए उन्हें अपने ऑफिस तलब कर लिया था. क्रूज ड्रग्स केस समीर वानखेड़े ने ही 2 अक्टूबर 2021 को मुंबई से गोवा जा रहे क्रूज शिप पर रेड की थी. इस दौरान उन्होंने शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान समेत 9 लोगों को ड्रग्स मामले में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया था. हालांकि आर्यन के पास कोई ड्रग्स नहीं मिली थी. इसी मामले में समीर वानखेड़े का ग्राफ गिरना शुरु हुआ. उन पर करोड़ों रुपये की वसूली करने के आरोप लगे.

इसके बाद महाराष्ट्र सरकार के मंत्री नवाब मलिक ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया. नवाब मलिक ने समीर वानखेड़े के खिलाफ एक एक कर ऐसे खुलासे किए कि समीर वानखेड़े मुश्किल में आ गए. यहां तक उन्हें आर्यन केस भी हटा दिया गया था. और अब उन्हें एनसीआरबी से ही कार्यमुक्त कर दिया गया है.