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शिवराज सरकार का बड़ा फैसला- मध्य प्रदेश में इन लोगों को पहले लगेगी वैक्सीन

देश में एक तरफ कोरोना वायरस की दूसरी लहर पर काबू पाने के लिए जोर-शोर वैक्सीनेशन अभियान चल रहा है तो दूसरी तरफ कोरोना की तीसरी लहर आने से पहले ही ठोस कदम उठाए जा रहे हैं.

News Nation Bureau
| Edited By :
03 Jun 2021, 05:18:14 PM (IST)

highlights

  • देश में कोरोना की तीसरी लहर आने की जताई जा रही आशंका 
  • 12 साल से कम उम्र के बच्चों के माता-पिता को वैक्सीनेशन में प्राथमिकता मिलेगी
  • विदेश में पढ़ने वाले छात्रों को भी व्यक्ति में प्राथमिकता मिलेगी

भोपाल:

देश में एक तरफ कोरोना वायरस की दूसरी लहर पर काबू पाने के लिए जोर-शोर वैक्सीनेशन अभियान चल रहा है तो दूसरी तरफ कोरोना की तीसरी लहर आने से पहले ही ठोस कदम उठाए जा रहे हैं. इसी क्रम में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chouhan) ने गुरुवार को बड़ा फैसला किया है. उन्होंने कहा कि 12 साल से कम उम्र के बच्चों के माता-पिता को वैक्सीनेशन में प्राथमिकता मिलेगी, बच्चों के संक्रमित होने पर माता-पिता उनका ठीक से देखभाल सकेंगे. तीसरी लहर में बच्चों के संक्रमित होने की संभावना के चलते सरकार ने यह फैसला लिया है. साथ ही विदेश में पढ़ने वाले छात्रों को भी व्यक्ति में प्राथमिकता मिलेगी.  

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सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मध्य प्रदेश में हमने कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर पर नियंत्रण प्राप्त कर लिया है, लेकिन तीसरी लहर आने की आशंका जताई जा रही है. हमने तीसरी लहर के मुकाबले के लिए तैयारियां प्रारंभ कर दी हैं, अभी-अभी आशंका व्यक्त की जा रही है. तीसरी लहर का ज्यादा असर बच्चों पर होगा. इस आशंका को देखते हुए हमने स्वास्थ्य सेवाओं का सुद्रणीकरण का फैसला किया है. विशेषकर बच्चों के अलग-अलग स्तर पर विशेष वार्ड बनाने का फैसला किया है.

मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि हमने यह फैसला भी किया है जिन माता-पिता के बच्चों की उम्र 12 साल से कम हैं उनको टीकाकरण में हम प्राथमिकता देंगे. अगर किसी बच्चों को संक्रमण हुआ उसके साथ माता या पिता का रहना बहुत आवश्यक है, इसलिए उनका टीकाकरण हो जाएगा तो वह संक्रमण से मुक्त रहेंगे और अपने बच्चों की देखभाल करते रहेंगे.

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उन्होंने कहा कि मेरे ध्यान में यह तथ्य भी आया है कि मध्य प्रदेश के कई बेटे-बेटियां शिक्षा प्राप्त करने के लिए विदेशों में भी जाते हैं, इसलिए हमने यह फैसला भी किया है जिन बच्चों को शिक्षा प्राप्त करने के लिए विदेश जाना है उनको भी प्राथमिकता के आधार पर टीके लगाएंगे. ताकि वह सुरक्षित विदेश जा सके और शिक्षा प्राप्त कर सकें.