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पुलिस से राइफल चुराकर भागे दो बदमाशों का मिला सुराग, बहुत जल्द पहुंचेंगे सलाखों के पीछे

मध्य प्रदेश में होशंगाबाद जिले के प्रसिद्ध पर्वतीय पर्यटन स्थल पचमढ़ी में स्थित भारतीय सेना के एक शिविर की चौकी पर तैनात संतरियों को झांसा देकर उनकी दो इंसास राइफल और 20 कारतूस चोरी करने वाले दो अज्ञात बदमाशों के बारे में पुलिस को घटना के एक दिन बाद

Bhasha
| Edited By :
07 Dec 2019, 05:41:36 PM (IST)

भोपाल:

मध्य प्रदेश में होशंगाबाद जिले के प्रसिद्ध पर्वतीय पर्यटन स्थल पचमढ़ी में स्थित भारतीय सेना के एक शिविर की चौकी पर तैनात संतरियों को झांसा देकर उनकी दो इंसास राइफल और 20 कारतूस चोरी करने वाले दो अज्ञात बदमाशों के बारे में पुलिस को घटना के एक दिन बाद शनिवार को कुछ सुराग मिले हैं. होशंगाबाद के पुलिस अधीक्षक एमएल छारी ने को बताया, ‘चोरी करने से पहले बदमाशों ने पचमढ़ी के एक ढाबे से खाना पैक कराया था. हमें ढाबे से आरोपियों के सीसीटीवी फुटेज मिले हैं. इसमें एक आरोपी काले रंग का हुड शर्ट और दूसरा पीले रंग का हुड शर्ट पहना हुआ है.'

उन्होंने बताया कि आरोपियों ने पिपरिया रेलवे स्टेशन से पचमढ़ी में सेना शिविर तक जाने के लिये जिस एसयूवी वाहन को किराये पर लिया था. उन्होंने बताया कि उसके चालक ने हमें बताया कि वे पंजाबी लहजे में बात कर रहे थे. पिपरिया रेलवे स्टेशन से पचमढ़ी लगभग 55 किलोमीटर दूर है। एसपी ने बताया कि हम वाहन चालक से पूछताछ कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि पिपरिया रेलवे स्टेशन पर सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे हैं. इसलिए पिपरिया से बदमाश आगे कहां और कैसे गये यह पता नहीं चल पा रहा है.

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छारी ने बताया कि दोनों बदमाश बृहस्पतिवार-शुक्रवार की दरम्यानी रात लगभग डेढ़ बजे सेना के शिविर में पहुंचे और लगभग तीन बजकर 13 मिनट पर वहां से निकल गये. उन्होंने बताया कि आरोपियों को पकड़ने के लिये कई एजेंसियां काम कर रही हैं. अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (खुफिया) डॉ एस डब्ल्यू नकवी ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज से हमें पता चला है कि दोनों बदमाश ट्रेन से जबलपुर से पिपरिया आये थे. अभी यह पता नहीं चला है कि वे पिपरिया से कैसे भागे.

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उन्होंने कहा कि बदमाशों की पहचान के प्रयास किये जा रहे हैं. क्या एजेंसियां आरोपियों को पकड़ने के करीब हैं, के सवाल पर उन्होंने कहा कि इस पर कुछ कहना अभी जल्दबाजी होगी. उन्होंने कहा कि पुलिस ने अपना पहरा कम नहीं किया है. उन्होंने कहा कि घटना के बाद मध्य प्रदेश पुलिस ने प्रदेश में सतर्कता बढ़ा दी है. वारदात के तरीके के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि एसयूवी से उतरने के बाद दोनों ने जांच चौकी के संतरियों के सामने स्वयं को सेना के अधिकारियों के रुप में प्रस्तुत किया और एक संतरी से अन्य जवानों को जमा करने के लिये कहा और दूसरे संतरी को जूनियर कमिशन अधिकारी (जेसीओ) को बुलाने के लिये कहा. दोनों संतरी उनके आदेशों का पालन करते हुए अपने इंसास राइफल और 20 कारतूस वहीं छोड़कर चले गये. इसके बाद दोनों बदमाश दो राइफल और कारतूस चोरी कर वहां से फरार हो गये.