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म.प्र: पूर्व मंत्री ने सिंधिया पर लगाया 50 करोड़ का ऑफर देने का आरोप

पूर्व मंत्री सिंघार ने संवाददाताओं से चर्चा करते हुए शनिवार को कहा, 'जिस समय कांग्रेस के विधायकों को बेंगलुरू ले जाया गया था, उस समय उन्हें भी सिंधिया का फोन आया था और 50 करोड़ रुपये का ऑफर दिया था.

News Nation Bureau
| Edited By :
31 Oct 2020, 11:49:09 PM (IST)

नई दिल्ली:

मध्य प्रदेश में उपचुनाव के लिए चुनाव प्रचार जोरों पर है. इसके साथ ही जुबानी जंग भी तेज हो गई है. ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya M. Scindia) लगातार कांग्रेस और कमलनाथ पर हमला कर रहे हैं. मध्यप्रदेश की कमल नाथ सरकार के पूर्व मंत्री उमंग सिंघार ने पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया पर हमला बोला है और कहा है कि उन्हें भी दल-बदल करने के एवज में 50 करोड़ रुपये का ऑफर दिया गया था.

पूर्व मंत्री सिंघार ने संवाददाताओं से चर्चा करते हुए शनिवार को कहा, 'जिस समय कांग्रेस के विधायकों को बेंगलुरू ले जाया गया था, उस समय उन्हें भी सिंधिया का फोन आया था और 50 करोड़ रुपये का ऑफर दिया था. मुझसे कहा गया था कि मेरी हैसियसत के अनुसार रकम मिल जाएगी.' सिंघार ने दल-बदल करने वालों पर बड़ा हमला बोला और कहा, 'जिन्होंने दल-बदल किया है, वे गद्दार हैं और मैं गद्दारी नहीं कर सकता.' सिंघार आदिवासी नेता और प्रदेश की पूर्व उप-मुख्यमंत्री जमुना देवी के भतीजे हैं. उन्होंने इस मौके पर अपनी बुआ को भी याद किया.

ज्योतिरादित्य सिंधिया का कमलनाथ पर हमला
एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए बीजेपी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि कमलनाथ जी मुझे कुत्ता बोल रहे हैं. हां मैं हूं कुत्ता क्योंकि मैं जनता का सेवक हूं. ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा, 'कमलनाथ जी मुझे कुत्ता कहते हैं, हां मैं एक कुत्ता हूं, क्योंकि मैं लोगों का सेवक हूं, जनता मेरा मालिक है... क्योंकि एक कुत्ता अपने मालिक की रक्षा करता है और अगर कोई भ्रष्ट और गैर-इरादतन नीतियां लाता है तो यह कुत्ता उस व्यक्ति पर हमला करता है. हां मैं कुत्ता हूं क्योंकि मेरा मालिक जनता है और मैं उसकी रक्षा करता हूं.'

वादाखिलाफी वाली सरकार को भी सड़क पर ला देता हूंः सिंधिया
सिंधिया ने कांग्रेस नेता कमलनाथ पर हमला जारी रखते हुए कहा कि मैंने अन्नदाताओं, युवाओं, महिलाओं के लिए जब मैंने आवाज उठाई , तो मुझे सड़क पर उतरने को कह दिया गया. सिंधिया परिवार का इतिहास रहा है कि "प्राण जाए पर वचन न जाए" - मैं सिर्फ अकेला सड़क पर नहीं उतरा. बल्कि जनता के साथ वादाखिलाफी करने वाली सरकार को भी सड़क पर ला दिया.