बोकारो में खत्म होता जा रहा है कानून का राज! उठे कई सवाल
बोकारो में कानून का राज नहीं है. यही वजह है कि शिकायत करने वाले खुद ही आरोपी के घर में पहुंचकर कानून को पुलिस के सहयोग से हाथ में लेकर लूटपाट और मारपीट की घटना को अंजाम देते हैं.
Bokaro:
बोकारो में कानून का राज नहीं है. यही वजह है कि शिकायत करने वाले खुद ही आरोपी के घर में पहुंचकर कानून को पुलिस के सहयोग से हाथ में लेकर लूटपाट और मारपीट की घटना को अंजाम देते हैं और आरोपी को पकड़कर पुलिस के हवाले करते हैं. पुलिस भी इस कुकृत्य में साथ देती नजर आ रही है. ऐसा ही मामला चास मुफस्सिल थाना क्षेत्र में सामने आया है, जहां टूघरी गांव के रहने वाले पिंटू सिंह चौधरी को रात के अंधेरे में शिकायतकर्ता के घर विष्णु महथा सहित अन्य 8 लोग जबरन घूसकर लूटपाट व मारपीट कर आरोपी को पुलिस को सौंप देते हैं. हालांकि जब इस विषय पर चास मुफस्सिल थाना प्रभारी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि पुलिस ने खुद 307 के आरोपी पिंटू सिंह चौधरी को गिरफ्तार किया है, लेकिन पुलिस का यह झूठ वीडियो में सामने आ गया है.
जहां पुलिस शिकायतकर्ता के साथ दिख रही है और आरोपी पिंटू सिंह चौधरी को पुलिस पकड़ने का काम कर रही है. हालांकि इस दौरान पिंटू सिंह चौधरी के घरवालों ने विरोध भी किया और मारपीट का भी आरोप लगाया. परिवारवालों ने घर के पीछे हरवे हथियार का भी वीडियो बना लिया. पुलिस की इस कार्यशैली पर प्रश्नचिन्ह लगना लाजमी है क्योंकि आरोपियों को गिरफ्तार करना पुलिस का काम है, लेकिन शिकायतकर्ता अगर खुद कानून हाथ में ले ले और इस तरह की घटना को अंजाम दे तो ऐसे में जिले में कानून का राज खत्म होना ही कहा जा सकता है. पुलिस इस मुद्दे पर कुछ भी बोलने से बचती नजर आ रही है.
वहीं पिंटू सिंह चौधरी के भाई गुड्डू सिंह चौधरी ने मीडिया के समक्ष अपनी बातों को रखने का काम किया. जानकारी के मुताबिक पिंटू सिंह चौधरी और उसके पिता पर जानलेवा हमला करने का मामला चास मुफस्सिल थाने में दर्ज किया गया था. इसी मामले को लेकर शिकायतकर्ता के लोग 10 सितंबर की रात लगभग 11 बजे पिंटू सिंह चौधरी के घर में हरवे हथियार के साथ जा घुसे और घर में लूटपाट की और जब भागने लगे तो पिंटू ने विष्णु महथा के पीछे से पकड़ लिया. उसके बाद सभी ने उसकी पिटाई कर दी और पुलिस को इसकी जानकारी देते हुए पुलिस को मौके पर बुलाया और उसे पुलिस के हवाले कर दिया। वीडियो में साफ-साफ पुलिस की मौजूदगी में शिकायतकर्ता के परिवार के लोग देखे जा सकते हैं.