आतंकी अब्दुल कयूम को बीएसएफ ने किया गिरफ्तार, पाकिस्तान से लेकर आया था ट्रेनिंग
अब्दुल कयूम ने पाकिस्तान में आर्मी ट्रेनिंग की बात तो कबूली ही, उसने ये भी माना कि वो लश्कर के लिए फंड जुटाने का भी काम करता था।
जम्मू:
पाकिस्तान में आतंक का पौधा किस तरह फल फूल रहा है, आतंकी अब्दुल कयूम उसका जीता जागता उदाहरण है। जम्मू-कश्मीर के अखनूर बॉर्डर पर पकड़े गए पाकिस्तानी आतंकवादी अब्दुल कयूम ने ऐसे खुलासे किए हैं जिससे पाक का नापाक चेहरा एक बार फिर सामने आ गया है।
अब्दुल कयूम ने पाकिस्तान में आर्मी ट्रेनिंग की बात तो कबूली ही, उसने ये भी माना कि वो लश्कर के लिए फंड जुटाने का भी काम करता था।
आतंकी कयूम के इस खुलासे से साफ है कि पाकिस्तान में कश्मीर की झूठी तस्वीर पेश कर वहां नौजवानों को गुमराह किया जा रहा है। उन्हें दहशतगर्दी की आग में झोंका जा रहा है। BSF की पूछताछ में कयूम ने कबूल किया कि वो लश्कर के कैंप में भी ट्रेनिंग ले चुका है और जमात-उद-दावा के चीफ हाफिज़ सईद का बॉडीगार्ड भी रह चुका है।
सवाल ये है कि आखिर पाकिस्तान में आतंक की ये पौध फल फूल रही है, तो इन्हें खाद पानी कौन दे रहा है। आखिर कौन हैं वे लोग जो इस तरह के आतंकियों को फंडिंग कर रहे हैं। अब्दुल कयूम नाम के इस जिंदा सबूत ने नवाज शरीफ के उस झूठ को भी बेनकाब कर दिया, जिसमें उन्होनें कहा था कि पाकिस्तान खुद आतंक का शिकार है।
ये कोई पहली बार नहीं है जब पाकिस्तान के आतंक चेहरा इस तरह सामने आया है। इससे पहले भारत ने कसाब, नावेद और बहादुर अली समेत कई ज़िंदा आतंकी पकड़े हैं, और हर आतंकी ने एक बात कबूला है, वो ये कि पाकिस्तान आतंकियों के लिए किसी जन्नत से कम नहीं।