जम्मू-कश्मीर: नेशनल हाईवे बैन के फैसले को उमर अब्दुल्ला ने बताया 'बेकार'
सुरक्षा बलों के काफिले को सुरक्षित मार्ग प्रदान करने के लिए जम्मू- श्रीनगर- बारामूला राष्ट्रीय राजमार्ग पर आम नागरिकों के लिए प्रति सप्ताह दो दिन यातायात बंद रखने का फैसला रविवार को लागू हो गया.
नई दिल्ली:
सुरक्षा बलों के काफिले को सुरक्षित मार्ग प्रदान करने के लिए जम्मू- श्रीनगर- बारामूला राष्ट्रीय राजमार्ग पर आम नागरिकों के लिए प्रति सप्ताह दो दिन यातायात बंद रखने का फैसला रविवार को लागू हो गया. इस बैन को उमर अब्दुल्ला (Omar Abdullah) ने बेकार और गैर जरूरी बताया है. बुधवार को उमर अब्दुल्ला (Omar Abdullah) ने इस बैन के खिलाफ लोगों के साथ प्रदर्शन किया. यहां पर उन्होंने कहा कि हाईवे बैन (NH Ban) को लेकर लोगों ने कभी मांग नहीं की, न ही सेना ने इसकी मांग की है.
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सरकार को इस फैसले पर एक बार फिर से विचार करना चाहिए. पूर्व सेना प्रमुख जनरल मलिक भी कह चुके हैं कि यह बेवकूफी भरा कदम है. महबूबा मुफ्ती ने भी इस फैसले के खिलाफ प्रदर्शन किया था. पीडीपी प्रमुख महबूबा ने ट्वीट कर कहा था कि, 'राज्यपाल शासन के आदेश के खिलाफ आज प्रदर्शन किया, आप हमारे मुख्य हाइवे पर नागरिकों की आवाजाही पर रोक कैसे लगा सकते हैं, आप कश्मीरियों का गला घोंटना चाहते हैं, राज्य की डेमोग्राफी बदलना चाहते हैं और उन्हें अपनी ही जमीन पर कैद करना चाहते हैं, मेरी लाश पर ही होगा.'
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वहीं नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता और जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम फारूख अब्दुल्ला ने कहा कि आर्मी को ट्रेनों का इस्तेमाल करना चाहिए, या फिर उन्हें रात में सफर करना चाहिए, ताकि लोगों पर इसका असर नहीं पड़े. फारूक ने सरकार से आदेश वापस लेने के लिए कहा है.
इधर, अधिकारियों ने बताया कि सेना, पुलिस और सीआरपीएफ कर्मियों को राजमार्ग की ओर जाने वाले चौराहों पर तैनात किया गया है ताकि सामान्य यातायात सुरक्षा बलों के काफिले की आवाजाही में किसी भी तरह दखल ना करें. आम नागरिकों के लिए यातायात 31 मई तक हर सप्ताह रविवार और बुधवार को बंद रहेगा.