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गुजरात विधानसभा चुनाव: कांग्रेस से नाराज शंकर सिंह वाघेला, कहा- जन्मदिन समारोह में 'खुलकर करेंगे बात'

आगामी गुजरात विधानसभा चुनाव में प्रमुख भूमिका नहीं मिलने से नाराज कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री शंकर सिंह वाघेला पार्टी छोड़ने का ऐलान कर सकते हैं।

News Nation Bureau
| Edited By :
21 Jul 2017, 12:53:21 PM (IST)

highlights

  • गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले शंकर सिंह वाघेला कांग्रेस से कर सकते हैं बगावत
  • शंकर सिंह वाघेला ने कहा, वह जन्मदिन समारोह में खुलकर बात करेंगे
  • कांग्रेस बोली, जन्मदिन समारोह में जाने वाले कार्यकर्ताओं के खिलाफ होगी कार्रवाई

नई दिल्ली:

आगामी गुजरात विधानसभा चुनाव में प्रमुख भूमिका नहीं मिलने से नाराज कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री शंकर सिंह वाघेला शुक्रवार को पार्टी छोड़ने का ऐलान कर सकते हैं।

वाघेला का शुक्रवार को जन्मदिन है और इस मौके पर उन्होंने सम-संवेदना सम्मेलन बुलाया है। खबर है कि इस सम्मेलन में वाघेला कांग्रेस छोड़ने का ऐलान कर सकते हैं।

सम्मेलन से पहले वाघेला ने कहा कि वह जन्मदिन समारोह में 'खुलकर बात करेंगे।' उन्होंने कहा, 'जन्मदिन समारोह में मैं जाऊंगा। सम्मेलन में सभी का स्वागत है। जिन्हें आना है आये, नहीं आना है तो कोई नहीं। पार्टी (कांग्रेस) को अधिकारी है अपने कार्यकर्ताओं को रोकने का।'

दरअसल गुजरात कांग्रेस ने कहा है कि वाघेला के सम्मेलन में कार्यकर्ता अगर भाग लेंगे तो पार्टी उनके खिलाफ कार्रवाई करेगी।

वाघेला ने राष्ट्रपति चुनाव में क्रॉस वोटिंग पर भी सफाई दी। उन्होंने कहा, 'क्रॉस वोटिंग से उनका कोई लेना-देना नहीं है। मैंने एनसीपी विधायक से भी पार्टी के पक्ष में वोट करने के लिए कहा।'

गुजरात में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद को 132 वोट मिले हैं और मीरा कुमार को 49 वोट मिले। गुजरात में कांग्रेस के 57 और बीजेपी के 121 विधायक हैं। आंकड़ों पर गौर करें तो 8 कांग्रेस विधायकों ने कोविंद के पक्ष में वोट किया।

वहीं राजनीति से संन्यास पर शंकर सिंह वाघेला के बेटे महेश वाघेला ने कहा है कि बापू राजनीति में हमेशा सक्रिय रहेंगे वह कभी रिटायर नहीं होंगे।

स्थानीय राजनीतिक हलकों में बापू के नाम से लोकप्रिय 78 वर्षीय वाघेला आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर उन्हें पार्टी का प्रभारी न बनाने को लेकर कांग्रेस नेतृत्व से नाराज हैं।

कांग्रेस के राज्य अध्यक्ष भरतसिंह सोलंकी से वाघेला के मतभेद सार्वजनिक है। वाघेला ने पार्टी हाईकमान को कई बार इस बात से अवगत कराया है कि दिसंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव में यदि पार्टी जीतना चाहती है तो उन्हें इसके लिए उन्हें पूरा प्रभार दिया जाए।

आपको बता दें की विधानसभा में शंकर सिंह वाघेला और अमित शाह के बीच मुलाकात के बाद से ही वाघेला के कांग्रेस छोड़ने की अटकलें लगाई जा रही है। वाघेला बीजेपी से नाराज होकर कांग्रेस में शामिल हुए थे। वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के करीबी रहे हैं।

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