आधी रात के बाद गोवा को मिला नया मुख्यमंत्री, विधानसभा स्पीकर रहे प्रमोद सावंत बने सीएम
प्रमोद सावंत (45) दिवंगत मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर की जगह लेंगे.
नई दिल्ली:
गोवा विधानसभा के स्पीकर रहे प्रमोद सावंत ने राज्य के नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले ली है. प्रमोद सावंत (45) दिवंगत मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर की जगह लेंगे, जिनका अग्नाशय कैंसर के चलते रविवार को निधन हो गया था. सोमवार रात करीब 2 बजे हुए शपथ ग्रहण समारोह में मनोहर पर्रिकर सरकार में मंत्री रहे 11 विधायकों को भी शपथ दिलाई गई. जिन विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली, उनमें मनोहर अजगांवकर और सुदीन धवलीकर महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी, विजय सरदेसाई गोवा फॉरवर्ड पार्टी के हैं और गोविंद राणाडे और रोहन खौंटे निर्दलीय विधायक हैं.
शपथ लेने के बाद मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा- हमारी पार्टी ने मुझे बहुत बड़ी जिम्मेदारी दी है, जिस पर मैं पूरी तरह खरा उतरने का प्रयास करूंगा. गोवा के राजभवन में शपथग्रहण समारोह देर रात 11 बजे ही होना था, लेकिन कुछ कारणों से इसमें विलंब होता गया और आखिरकार रात 2 बजे इसका आयोजन करना पड़ा.
पीटीआई से बातचीत में एक बीजेपी नेता ने बताया, हमने अपने गठबंधन के साझीदार दलों को समझाया और अंत में राज्य में मुख्यमंत्री के अलावा दो उपमुख्यमंत्री के फॉर्मूले पर हम पहुंचे. प्रमोद सावंत 22 मार्च 2017 को गोवा विधानसभा के स्पीकर चुने गए थे. वे उत्तरी गोवा के सेंक्यूलम क्षेत्र से विधायक चुने गए थे.
राज्य की 40 सदस्यीय विधानसभा में इस समय बीजेपी गठबंधन के पास 20 विधायक हैं, जबकि इस समय बहुमत के लिए केवल 19 विधायकों की जरूरत है. वैसे तो बीजेपी के अपने विधायकों की संख्या केवल 13 है, लेकिन उसे महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी और गोवा फॉरवर्ड पार्टी का समर्थन हासिल है.
एक दिन पहले ही राज्य के दौरे पर गए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने धवलीकर और विश्वजीत राणे से मुलाकात की थी. पार्टी सूत्रों के अनुसार, विश्वजीत राणे भी मुख्यमंत्री बनने की रेस में चल रहे थे, लेकिन नितिन गडकरी से बातचीत के बाद उन्होंने खुद को पीछे कर लिया.
प्रमोद सावंत राज्य के कुछ बीजेपी विधायकों में से एक हैं, जिन्होंने अपने क्षेत्र से दूसरी बार जीत हासिल की थी. पिछले चुनाव में पार्टी को केवल 13 सीटें हासिल हुई थीं, जबकि 2012 में पार्टी को 21 सीटें मिली थीं. सावंत एकमात्र बीजेपी विधायक हैं जो आरएसएस कैडर से आते हैं. पेशे से आयुर्वेदिक चिकित्सक सावंत को मनोहर पर्रिकर के करीबियों में से एक माना जाता है.
रक्षा मंत्री का पद छोड़कर इसलिए मनोहर पर्रिकर राज्य के मुख्यमंत्री बने और तभी महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी और गोवा फॉरवर्ड पार्टी के अलावा निर्दलीय विधायकों का समर्थन मिला था, जबकि कांग्रेस राज्य में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी. उस समय सावंत डिप्टी स्पीकर बने थे. प्रमोद सावंत की पत्नी सुलक्षण राज्य में महिला मोर्चा की प्रमुख हैं.