पर्रिकर की बीमारी के बीच गोवा सरकार का संकट गहराया, जानें कैसे?
गोवा में मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर की बीमारी के बीच बीजेपी के नेतृत्व वाले गठबंधन की घटक दल गोवा फॉरवर्ड पार्टी के उपाध्यक्ष ट्राजनो डिमेलो ने अपनी पार्टी से इस्तीफ़ा दे दिया.
नई दिल्ली:
गोवा में मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर की बीमारी के बीच बीजेपी के नेतृत्व वाले गठबंधन की घटक दल गोवा फॉरवर्ड पार्टी के उपाध्यक्ष ट्राजनो डिमेलो ने अपनी पार्टी से इस्तीफ़ा दे दिया. उन्होंने राज्य सरकार पर आरोप लगाया कि वह मछली माफिया को खुला समर्थन दे रही है. उनका कहना है कि माफिया मछलियों को संरक्षित करने के लिए फॉर्मलिन का इस्तेमाल करते हैं और उन मछलियों को बेचते हैं. इस बीच विपक्ष ने सरकार को नेतृत्वविहीन करार देते हुए हमले तेज़ कर दिए हैं.
40 सदस्यीय गोवा विधानसभा में पर्रिकर की सरकार को 23 विधायकों का समर्थन है. उनमें भाजपा के 14, गोवा फॉरवर्ड पार्टी और महाराष्ट्र गोमांतक पार्टी के तीन-तीन विधायक और तीन निर्दलीय विधायक हैं. विपक्षी कांग्रेस 16 विधायकों के साथ सबसे बड़ा दल है. ट्राजनो डिमेलो के इस्तीफे के बाद अब गोवा फॉरवर्ड पार्टी के पास दो ही विधायक बचे हैं, ऐसे में बीजेपी के साथ कुल 22 विधायकों का समर्थन बचा है.
बता दें कि पर्रिकर मध्य फरवरी से ही बीमार चल रहे हैं और उनका गोवा, मुम्बई और अमेरिका समेत विभिन्न जगहों के अस्पतालों में इलाज हुआ है. रविवार दोपहर को नई दिल्ली से उन्हें वापस गोवा ले जाया गया. पर्रिकर एक विशेष विमान से यहां पहुंचे, फिर उन्हें एम्बुलेंस से डोना पॉला में उनके निजी निवास पर ले जाया गया. नई दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में अग्नाश्य संबंधी बीमारी को लेकर उनका इलाज चल रहा था.
पर्रिकर को 15 सितंबर को दिल्ली के एम्स में भर्ती कराया गया था. उनकी तबीयत के कारण राज्य में कामकाज पर पड़ते हुए असर को देखते हुए विपक्ष का हमला लगातार तेज हो रहा है.