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Delhi Pollution: कई दिनों की राहत के बाद आज बढ़ेगा प्रदूषण, जानें क्या होगा AQI का स्तर

Delhi Pollution: सीपीसीबी (सेंट्रल पल्यूशन कंट्रोल बोर्ड) के एयर बुलेटिन के अनुसार, गुरुवार को राजधानी में प्रदूषण का स्तर सामान्य रहा. अगले चार दिनों तक प्रदूषण का स्तर खराब रहने वाला है.

News Nation Bureau
| Edited By :
20 Oct 2023, 10:13:44 AM (IST)

highlights

  • 20 से 22 अक्टूबर तक प्रदूषण बेहद खराब स्थिति में रहेगा
  • राजधानी में न्यू मोती नगर में प्रदूषण का लेवल सबसे खराब रहा
  • गुरुवार को राजधानी की दस जगहों पर प्रदूषण संतोषजनक रहा 

 

 

 

नई दिल्ली:

बारिश के बाद राजधानी में प्रदूषण से कुछ राहत मिली है,  मगर आज यानि शुक्रवार से पॉल्यूशन ज्यादा होने की संभावना बनी हई है. राजधानी में कई दिनों तक मौसम खराब होने की उम्मीद है. आज सुबह दिल्ली की हवा प्रदूषण मु​क्त रही. सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (SAFAR) के अनुसार, दिल्ली में सुबह एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 108 'मध्यम' श्रेणी देखा गया. लोधी रोड के क्षेत्र में एयर क्वालिटी इंडेक्स 96 'संतोषजनक' श्रेणी  में देखा गया. सीपीसीबी (सेंट्रल पल्यूशन कंट्रोल बोर्ड) के एयर बुलेटिन के अनुसार गुरुवार को राजधानी में प्रदूषण का स्तर सामान्य रहा. 

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कैसा रहेगा हवा का हाल

आईआईटीएम पुणे के पुर्वानुमान के अनुसार 20 से 22 अक्टूबर तक प्रदूषण बेहद खराब स्थिति में रहने वाला है. यह हालात अगले छह दिनों तक रहने वाला है. 20 अक्टूबर को हवाएं उत्तर दिशा की ओर से आने वाली हैं. इनकी गति 4 से 8 किलोमीटर प्रति घंटे तक होगी. इससे पहले दिल्ली में गुरुवार को एक्यूआई 121 तक पहुंचा. वहीं  एनसीआर के गाजियाबाद में ये 119 तक रहा. 

फरीदाबाद में प्रदूषण का स्तर 138 रहा. नोएडा में 136, गुरुग्राम में 144 और ग्रेटर नोएडा में 166 रहा है. राजधानी में न्यू मोती नगर में प्रदूषण का लेवल सबसे खराब रहा है. यहां पर एक्यूआई 206 रहा. वहीं राजधानी की दस जगहों पर यह संतोषजनक और 23 जगहों पर यह सामान्य बना रहा. 

अस्पतालों में मरीजों की लगी लाइनें 

आपको बता दें कि इन दिनों अस्पतालों में फेफड़े और सांस से संबंधित बीमारियों वाले मरीजों की लाइन लगी हुई है. विशेषज्ञों के अनुसार, पॉल्यूशन के कारण आपके लंग्स के साथ शरीर के अन्य हिस्सों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है. प्रदूषण की वजह से स्किन से जुड़ी  समस्याएं सामने आ रही हैं. इसके कारण एलर्जी, त्वचा पर चकत्ते और समय से पहले चेहरे पर झुरियां जैसी समस्या आम हो चुकी हैं. इसके साथ पार्टिकुलेट मैटर, नाइट्रस ऑक्साइड का खतरनाक स्तर भी सेहत के लिए हानिकारक सिद्ध हो रहा है.