सरकारी स्कूलों में देशभक्ति पाठ्यक्रम पढ़ाने की होगी शुरुआत, सीएम केजरीवाल आज करेंगे लॉन्च
देशभक्ति पाठ्यक्रम के ज़रिए बच्चों को देश के प्रति उनकी जिम्मेदारी का अहसास कराया जाएगा. ये बताया जाएगा कि हर बच्चे की देश के प्रति क्या ड्यूटी है? उन्होंने आगे बताया कि बच्चों को अपने देश के प्रति जिम्मदारी पूरी करने और विकास में योगदान देने के लिए तैयार किया जाएगा.
नई दिल्ली :
दिल्ली सरकार के स्कूलों में देशभक्ति पाठ्यक्रम ( deshbhakti curriculum) पढ़ाने की शुरुआत होने जा रही है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ( chief minister Arvind Kejriwal) शहीद भगत सिंह की जयंती के मौके पर आज (28 सितंबर) देशभक्ति पाठ्यक्रम लॉन्च करेंगे. स्कूल पूरी तरह खुलने के बाद देशभक्ति पाठ्यक्रम कक्षा नर्सरी से कक्षा 12 तक लागू किया जाएगा. केजरीवाल छत्रसाल स्टेडियम में एक कार्यक्रम में इसका शुभारंभ करेंगे. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने देशभक्ति पाठ्यक्रम शुरू करने की घोषणा 15 अगस्त के मौके पर की थी.एक सभा को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने भगत सिंह को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि के रूप में 27 सितंबर से सरकारी स्कूलों में देशभक्ति पाठ्यक्रम शुरू करने की घोषणा की थी.
देश के प्रति क्या है बच्चों का कर्तव्य इसके बारे में बताया जाएगा
देशभक्ति पाठ्यक्रम के ज़रिए बच्चों को देश के प्रति उनकी जिम्मेदारी का अहसास कराया जाएगा. ये बताया जाएगा कि हर बच्चे की देश के प्रति क्या ड्यूटी है? उन्होंने आगे बताया कि बच्चों को अपने देश के प्रति जिम्मदारी पूरी करने और विकास में योगदान देने के लिए तैयार किया जाएगा. हर बच्चों को इस पाठ्यक्रम के जरिए देशभक्त बनाया जाएगा.
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संवैधानिक मूल्यों के प्रति सम्मान की गहरी भावना विकसित करना उद्देश्य
उन्होंने बताया कि पाठ्यचर्या की रूपरेखा का उद्देश्य संवैधानिक मूल्यों के प्रति सम्मान की गहरी भावना विकसित करना और मूल्यों और कार्यों के बीच की खाई को पाटना है. केजरीवाल ने कहा, दिल्ली ने शिक्षा के क्षेत्र में नई ऊंचाइयां हासिल की हैं, जहां निजी स्कूलों के छात्र सरकारी स्कूलों में शामिल होने के इच्छुक हैं.
दिल्ली की सरकारी स्कूलों में ऐसे होगी देशभक्ति की पढ़ाई
1. नर्सरी से कक्षा 8 तक के छात्रों के लिए हर दिन एक देशभक्ति पीरियड होगा. वहीं कक्षा 9 से 12 के छात्रों के लिए हर हफ़्ते में दो क्लास आयोजित की जाएंगी.
2. देशभक्ति पीरियड की शुरुआत 5 मिनट के 'देशभक्ति ध्यान' से शुरू होगी, जहां शिक्षक और छात्र माइंडफुलनेस की प्रैक्टिस करेंगे और देश, स्वतंत्रता सेनानियों और किन्हीं पांच व्यक्तियों के प्रति आभार व्यक्त करेंगे. इसके सात ही उनके सम्मान की शपथ लेंगे.
3 नर्सरी से कक्षा 5, कक्षा 6 से 8 और कक्षा 9 से 12 तक तीन देशभक्ति नोडल शिक्षक नियुक्त किए जाएंगे.
4.दिल्ली द्वारा 29 सितंबर से 5 अक्टूबर के बीच सभी नोडल शिक्षकों के लिए एक ओरिएंटेशन भी आयोजित किया जाएगा.