CM अरविंद केजरीवाल बोले- दिल्ली में करीब आधी आबादी को लगी वैक्सीन
देश में कोरोना वायरस (Corona Virus) की दूसरी लहर का कहर धीमा पड़ रहा है. कोविड महामारी पर काबू पाने के लिए वैक्सीनेशन अभियान तेजी से चल रहा है.
नई दिल्ली:
देश में कोरोना वायरस (Corona Virus) की दूसरी लहर का कहर धीमा पड़ रहा है. कोविड महामारी पर काबू पाने के लिए वैक्सीनेशन अभियान तेजी से चल रहा है. दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल (Delhi CM Arvind Kejriwal) ने शनिवार को प्रेसवार्ता करते हुए कहा कि दिल्ली की आधी आबादी को कोरोना वैक्सीन लग चुकी है. दिल्ली में आज एक करोड़ टीके लग चुके हैं. एक करोड़ कोरोना वैक्सीन 74 लाख लोगों को लगी है. 26 लाख को वैक्सीन को दोनों डोज लग चुकी है, जबकि बाकी लोगों को सिंगल डोज लगी है.
यह भी पढ़ें : जेल में सुशील पहलवान के सामने 3 डॉन, एक दोस्त 2 दुश्मन; पढ़ें दिलचस्प कहानी
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने आगे कहा कि दिल्ली की लगभग 2 करोड़ आबादी में से 1.5 करोड़ लोग 18 साल से अधिक उम्र के हैं और वे वैक्सीनेशन के पात्र भी हैं. इस दौरान उन्होंने फिर से वैक्सीन की कमी को लेकर चिंता जताई. उन्होंने कहा कि हमारे पास रोजाना 3 लाख वैक्सीन लगाने की क्षमता है, लेकिन पर्याप्त मात्रा में हमें वैक्सीन नहीं मिल रही है. केंद्र सरकार की ओर से वैक्सीन की कमी के चलते हम अपनी टीकाकरण की संख्या नहीं बढ़ा पा रहे हैं.
मुख्यमंत्री ने सभी डॉक्टर्स और टीका लगाने वाले स्टाफ का शुक्रिया अदा किया. उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि दिल्ली एवं देश को और टीके मिलेंगे.
यह भी पढ़ें : आग के खतरे के बीच इस्तांबुल ने जंगल में एंट्री पर लगाया बैन
आपको बता दें कि पिछले दिनों कोरोना के संभावित तीसरे लहर को देखते हुए मुख्यमंत्री केजरीवाल (CM Arvind Kejriwal) ने दिल्ली में स्कूल खोले जाने पर बड़ा बयान दिया था. स्कूलों को फिर से खोलने पर मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर के रुझान बता रहा है कि कोरोना की तीसरी लहर (Covid Third Wave) आना लगभग तय है. इसलिए हम टीकाकरण प्रक्रिया पूरी होने तक कोई जोखिम नहीं लेना चाहते हैं:
उनसे पूछा गया था कि जिस तरह पड़ोसी राज्य में स्कूलों को खोलने का फैसला लिया है क्या आप लोग भी स्कूल को खोलने के बारे में सोच रहे हैं? मुख्यमंत्री केजरीवाल ने इसके जवाब में कहा-, नहीं-नहीं, अभी नहीं, जो अंतरराष्ट्रीय ट्रेंड देख रहे हैं कि थर्ड वेव आएगी, तो जब तक वैक्सीनेशन पूरा नहीं हो जाता, हम बच्चों के साथ रिस्क नहीं लेंगें.