कोरोना के खिलाफ सभी राज्यों को मिलकर लड़ना होगा- केजरीवाल
केजरीवाल ने कहा कि केंद्र ने सभी राज्यों को कह दिया कि अपना अपना इंतजाम कर लो. मैं वैक्सीन को लेकर कई राज्यों के मुख्यमंत्री के संपर्क कर चुका हूं, अब तक कोई राज्य वैक्सीन का एक भी टीका नहीं ले पाया है.
highlights
- राज्य सरकारों को केंद्र के साथ मिलकर लड़ना है
- हम केंद्र सरकार का काम कैसे कर सकते हैं- केजरीवाल
- वैक्सीन को लेकर केंद्र पर साधा निशाना
नई दिल्ली:
कोरोना की दूसरी लहर (Corona 2nd Wave) के सदमे से दिल्ली बड़ी तेजी के साथ बाहर निकल रही है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने एक बार फिर से प्रेस कांफ्रेंस हालातों की जानकारी दी. इस दौरान उन्होंने वैक्सीन की किल्लत (Vaccine Shortage) का भी जिक्र किया. केजरीवाल ने मोदी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि दिसंबर से युद्ध स्तर पर वैक्सीन के प्रोडक्शन की जरूरत थी लेकिन ऐसा नहीं किया गया. उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार आज भी गंभीरता से काम नही कर रही है.
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केजरीवाल ने कहा कि केंद्र ने सभी राज्यों को कह दिया कि अपना अपना इंतजाम कर लो. मैं वैक्सीन को लेकर कई राज्यों के मुख्यमंत्री के संपर्क कर चुका हूं, अब तक कोई राज्य वैक्सीन का एक भी टीका नहीं ले पाया है. उन्होंने कहा कि वैक्सीन कंपनियों ने केंद्र सरकार से बात करने का हवाला दे दिया है. सारे टेंडर फैल हो गए हैं, तो देश वैक्सीन क्यों नही खरीद रहा है.
केजरीवाल ने कहा कि ऐसे युद्ध के समय राज्य अपना-अपना देख लें, ये कहना सही नहीं है. उन्होंने कहा कि कल को पाकिस्तान भारत पर युद्ध कर दे तो ये नही कहेंगे कि सारे राज्य अपना अपना देख लें. अगर दिल्ली सरकार हारती है तो भारत हारेगा. ये समय भारत को एक साथ काम करने का है, टीम इंडिया बनकर काम करने का है. उन्होंने प्रधानमंत्री से अपील की है कि सभी मुख्यमंत्री देश के सिपाही बनकर काम कर रहे हैं, लेकिन केंद्र सरकार का काम हम कैसे करें.
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इससे पहले केजरीवाल कहा था कि दिल्ली में युवाओं की वैक्सीन पिछले 4 दिन से बंद पड़े हैं, बुजुर्गों की वैक्सीन भी बन्द हो गई है. ये दिल्ली में ही नहीं कई राज्यों में बन्द हुए हैं. जब वैक्सीनेशन सेंटर खुलने चाहिए थे वहां वैक्सीन की कमी से बन्द हो रहे हैं. अगर समय से वैक्सीन लगा दी जाती तो बहुत लोगों को बचाया जा सकता था. भारत ने 6 महीने की देरी कर दी, दुनिया में कई देशों में वैक्सीनेशन बड़े स्तर पर चल रहा था. हम अपने लोगों को वैक्सीन लगवाने की बजाए विदेशों में भेज रहे थे.