.

केंद्र सरकार से इस्‍तीफा देने वाले उपेंद्र कुशवाहा ने दिखाए तेवर, बोले- बिहार की उम्‍मीद पर खरे नहीं उतरे पीएम मोदी

मोदी सरकार से इस्‍तीफा देने के बाद उपेंद्र कुशवाहा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत पूरी सरकार को जमकर कोसा.

News Nation Bureau
| Edited By :
10 Dec 2018, 02:42:38 PM (IST)

नई दिल्ली:

मोदी सरकार से इस्‍तीफा देने के बाद उपेंद्र कुशवाहा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत पूरी सरकार को जमकर कोसा. उन्‍होंने बिहार की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए प्रधानमंत्री और एनडीए सरकार की आलोचना करते हुए कहा, बिहार को विशेष पैकेज की मांग पूरी नहीं हुई. बिहार के लिए मोदी सरकार ने कुछ नहीं किया. यहां तक कि जातीय गणना भी नहीं कराई गई. उपेंद्र कुशवाहा ने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सामाजिक न्‍याय की दुहाई दी थी, लेकिन उन्‍होंने एक भी वादा पूरा नहीं किया. उन्‍होंने कहा, नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद बिहार के लोगों को लगा था कि उनके अच्‍छे दिन आ गए, लेकिन यह छलावा साबित हुआ. कुशवाहा ने कहा, लोगों की उम्‍मीद पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार खरी नहीं उतरी.

Rashtriya Lok Samta Party (RLSP) chief Upendra Kushwaha resigned as a Union Minister on Monday, sources said, amid speculations that the RLSP would split from the NDA

Read @ANI Story | https://t.co/5nUuNN8S59 pic.twitter.com/nzIsr7ME3L

— ANI Digital (@ani_digital) December 10, 2018

RLSP Chief Upendra Kushwaha: I had a bitter experience. I had attempted to put forth my words strongly while in NDA so that the people of Bihar get justice. But even after all these efforts, BJP stood with Bihar CM. Nitish ji has done injustice to people on all fronts. pic.twitter.com/DK2YdAPUJC

— ANI (@ANI) December 10, 2018

RLSP Chief Upendra Kushwaha: State govt has failed. Nitish ji's agenda is to destroy me and my party. This was started by BJP. In Bihar election, seats of all allies were increased. But injustice was done to RLSP. https://t.co/oiwyCPkyeT

— ANI (@ANI) December 10, 2018

बता दें कि लंबे समय तक उपेक्षा का आरोप लगाते रहे राष्‍ट्रीय लोक समता पार्टी के नेता उपेंद्र कुशवाहा ने सोमवार को मोदी कैबिनेट से इस्‍तीफा दे दिया और राष्‍ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन को भी अलविदा कह दिया. माना जा रहा है कि इसके बाद वे विपक्ष के पाले में जाएंगे और कांग्रेस अध्‍यक्ष राहुल गांधी से उनकी बातचीत हुई है. इसके अलावा उनकी पार्टी रालोसपा के नेता नागमणि और कांग्रेस नेता आरपीएन सिंह के बीच भी मुलाकात हुई है.