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तेजस्वी ने नीतीश से पूछा- क्या पैसा लूटने और लूटवाने के लिए गद्दी पर बैठे हैं?

राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने मंगलवार को एक बार फिर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Bihar CM Nitish Kumar) पर निशाना साधा.

News Nation Bureau
| Edited By :
30 Mar 2021, 05:23:35 PM (IST)

पटना:

राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने मंगलवार को एक बार फिर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Bihar CM Nitish Kumar) पर निशाना साधा. तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार में भारी लूट और भ्रष्टाचार का बोलबाला है. उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि क्या मुख्यमंत्री नैतिकता और कर्तव्य बोध की तिलांजलि देकर जनता का पैसा लूटने और लूटवाने के लिए गद्दी पर बैठे हैं? बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने आरोप लगाते हुए कहा कि योजना मद का आधा हिस्सा खर्च होता है बाकी भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ता है. कागजों में बजटीय राशि खर्च करने के लिए मार्च महीने में सबसे बड़ी लूट होती है. उन्होंने एक बयान जारी कर कहा कि पिछले 8-10 वर्षों से सभी विभागों के हजारों-लाखों करोड़ रुपये के उपयोगिता प्रमाण पत्र जमा नहीं किए गए हैं, क्योंकि विभागों के पास कोई लेखा-जोखा ही नहीं है कि कौन सी राशि किस मद में खर्च की गई है.

राजद नेता तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री से सवाल किया कि वे बताएं कि 8-10 वर्ष बाद भी प्रशासन और उनके विभाग उपयोगिता प्रमाण पत्र क्यों नहीं जमा कर पाए हैं. अगर सब कुछ पारदर्शी और सही है तो फिर 10-10 वर्षों की देरी क्यों? बिहार में भारी लूट और भ्रष्टाचार का बोलबाला है. प्रखंड से लेकर सचिवालय तक भ्रष्टाचार के अड्डे बन चुके हैं. हर विभाग के अनुमानित बजट और वास्तविक व्यय में भारी अंतर होता है.

उन्होंने कहा कि यह मैं नहीं सीएजी की हर वर्ष की रिपोर्ट कहती है. समय लगे तो मुख्यमंत्री जी को विगत 10 वर्षों की सीएजी रिपोर्ट स्वयं से पढ़नी चाहिए. क्या मुख्यमंत्री जी नैतिकता और कर्तव्य बोध की तिलांजलि देकर जनता का पैसा लूटने और लूटवाने के लिए गद्दी पर बैठे हैं?

तेजस्वी यादव ने सीएम नीतीश कुमार पर शराब माफिया होने का लगाया आरोप

बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने पिछले दिनों राज्य में शराबबंदी कानून को पूरी तरह असफल बताते हुए सरकार को एक बार फिर से घेरा था. उन्होंने कहा था कि बिहार में सबसे मुनाफा का व्यवसाय शराब बेचना बन गया है. उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को राज्य का सबसे बड़ा शराब माफिया होने का भी आरोप लगाया है. राजद कार्यालय में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में तेजस्वी ने कहा कि, "मंत्री रामसूरत राय के स्कूल में शराब की बरामदगी हुई. उनके भाई शराब के कारोबार में संलिप्त हैं, लेकिन मंत्री पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. राजद नेता ने मंत्री राय को तत्काल बर्खास्त करने की मांग की."