यहां मुस्लिम कारीगर बनाते हैं दुर्गा पूजा का पंडाल, इस बात का रखते हैं खास ध्यान
नवरात्रि चल रहे हैं और जल्द ही दशहरा त्यौहार भी आने वाला है. जगह जगह पूजा पंडाल बनाने का काम चल रहा है.
Bhagalpur:
नवरात्रि चल रहे हैं और जल्द ही दशहरा त्यौहार भी आने वाला है. जगह जगह पूजा पंडाल बनाने का काम चल रहा है. इस बीच भागलपुर से पूजा पंडाल बनाने की एक खूबसूरत तस्वीर सामने आई है. पूजा पंडाल को कोलकाता से आए मुस्लिम समुदाय के कारीगर बना रहे हैं. इंसान, कुदरत की कारीगरी का सबसे बेजोड़ नमूना है, लेकिन कुछ लोग ईश्वर से मिली बख्शीश का दुरुपयोग करते हैं. तो कुछ सदुपयोग करते हैं. आज जहां धर्म और मजहब के नाम पर इंसान इंसान को बांट रहा तो वहीं, कुछ लोग धर्म और मजहब से ऊपर उठकर काम करते हैं. भागलपुर में समुदाय विशेष से ताल्लुक रखने वाले कारीगर मां दुर्गा के पंडाल सजाने का काम कर रहे हैं. कारीगर तो समुदाय विशेष के हैं और पांडाल हिंदुओं का है, लेकिन कारीगरी हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं को ध्यान में रखकर की जा रही है.
पूरे देश के साथ-साथ भागलपुर जिले में भी दुर्गा पूजा का धूम है. इसमें पूजा पंडाल के कलाकार से लेकर मूर्तिकारों की बड़ी भूमिका होती है. शहर के मारवाड़ी पाठशाला में अयोध्या का राम मंदिर और मुंदीचक में केदारनाथ स्वरूप में पंडाल को सजाया जा रहा है. भागलपुर में अधिकतर पूजा पंडालों में समुदाय विशेष के लोग काम करके दोनों समुदाय के बीच की दूरी को कम करने का काम कर रहे हैं.
पंडाल का निर्माण करने वाले अब्दुल के निर्देशन में 15 से ज्यादा कलाकार काम कर रहे हैं और वो पूरी टीम के साथ कोलकाता से आए हुए हैं. इनके धर्म और मजहब जरूर अलग हैं, लेकिन किसी भी प्रकार की खामी पंडाल निर्माण में न रह जाए इस बात का विशेष ध्यान रखा जा रहा है. कुल मिलाकर तो यही कहा जा सकता है कि हम अली और बजरंगबली दोनों की पूजा करते हैं.
रिपोर्ट : आलोक कुमार झा