चिराग पासवान ने कहा- राम मंदिर नहीं विकास, किसान और रोजगार एजेंडा होना चाहिए
जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) और लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) का मानना है कि राम मंदिर को लेकर बेवजह तूल नहीं देना चाहिए. उनका कहना है कि और भी कई मुद्दे हैं जिस पर ध्यान देने की जरूरत है.
नई दिल्ली:
जहां एक ओर हिंदू संगठन मोदी सरकार से राम मंदिर बनाने की मांग कर रहे हैं. वहीं एनडीए के कुछ घटक दल इससे अलग राय रखते हैं. जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) और लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) का मानना है कि राम मंदिर को लेकर बेवजह तूल नहीं देना चाहिए. उनका कहना है कि और भी कई मुद्दे हैं जिस पर ध्यान देने की जरूरत है.
एलजेपी नेता चिराग पासवान ने एक बार फिर से कुछ ऐसा ही कहा है. चिराग पासवान ने कहा, 'राम मंदिर हमारे एजेंडा में नहीं होना चाहिए, सिर्फ विकास, किसान, रोजगार को प्राथमिकता देना चाहिए.'
चिराग पासवान ने कहा कि यही बात मैं तीन राज्यों में आए विधानसभा चुनाव परिणाम के बात भी कही थी. बिहार के शेखपुरा में प्रेस कॉन्फ्रेस को संबोधित करते हुए चिराग पासवान ने कहा कि अगर आगामी लोकसभा चुनाव में राम मंदिर मुद्दा बनाया गया तो इसका नुकसान हो सकता है. जैसा कि विधानसभा चुनाव के दौरान हुआ. मेरे हिसाब से राम मंदिर कोई मुद्दा नहीं होना चाहिए.
इसे भी पढ़ें : बीजेपी के किचन में पक रहा है 5000 किलो 'समरसता खिचड़ी', दलितों को लुभाने की कोशिश
इसके साथ ही चिराग पासवान ने कहा कि 2014 का लोकसभा चुनाव विकास के मुद्दे पर लड़ा गया था और इस बार भी इसे ही प्राथमिकता दी जानी चाहिए.