.

RJD नेता के बयान पर मचा घमासान, जानें कहां हैं तेजस्वी

आरजेडी के नेता रघुवंश प्रसाद सिंह ने कहा, अभी वे (तेजस्वी यादव) यहां है कि नहीं ये पता करना चाहिए

News Nation Bureau
| Edited By :
20 Jun 2019, 05:06:40 PM (IST)

नई दिल्ली:

चमकी बुखार बिहार के मुज्फ्फरपुर में लगातार अपने पैर पसार रहा है. इस बीमारी से होने वाली बच्चों की मौतों का आंकड़ा भी लगातार बढ़ता जा रहा है. वहीं इस मामले पर अब राजनीति भी शुरू हो गई है. दरअसल बच्चों की मौत पर बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने अब तक एक भी संवेदना भरा ट्वीट नहीं किया. ऐसे में कई लोग इस पर सवाल खड़े कर रहे हैं. बुधवार को इस पर सवाल पूछने पर आरजेडी (RJD) के एक नेता ने कहा कि, शायद तेजस्वी यादव वर्ल्ड देखने गए हुए हैं. आरजेडी नेता के इस बयान से काफी बवाल मचा हुआ है.

यह भी पढ़ें: पश्चिम बंगाल: दो गुटों के बीच एक बार फिर हुई मौत, गोली लगने से एक की मौत

वहीं अब इस मामले में आरजेडी से राज्यसभा सांसद मनोज झा का बयान भी सामने आया है. जब मनोज झा से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, 'तेजस्वी यादव मजफ्फरपुर में काफी करीब से स्थिति का जायजा ले रहे हैं और फिलहाल वो दिल्ली है.'

इससे पहले आरजेडी के नेता रघुवंश प्रसाद सिंह (Raghuvansh Prasad Singh) ने कहा, अभी वे (तेजस्वी यादव) यहां है कि नहीं ये पता करना चाहिए. ये मुझे पता नहीं है. लेकिन मैं अनुमान लगा रहा हूं कि वे वर्ल्ड कप में खिलाड़ियों को देखने के लिए गए हुए हैं. उन्होंने आगे कहा, मैं इसका अनुमान लगा रहा हूं, लेकिन मुझे इसकी कोई जानकारी नहीं है.

यह भी पढ़ें: बिहार: चमकी बुखार के 'मौत का तांडव' जारी, अब तक 117 मासूमों की गई जान

Raghuvansh Prasad Singh, RJD on Tejashwi Yadav: I don't know exactly where is he, maybe he has gone to watch the World Cup, I am not sure about it. pic.twitter.com/bTezGnbN5O

— ANI (@ANI) June 19, 2019

बता दें कि बिहार में इस वक्त चमकी बुखार (Acute Encephalitis Syndrome) से हाहाकार मचा हुआ है. अपने मासूमों को यूं मौत के करीब जाता देख उनके मा-पिता तिल-तिल मर रहे हैं. मुज्फ्फरपुर और आसपास के इलाकों में अब तक 117 बच्चों की मौत हो चुकी है जबकि कई गंभीर रूप से बीमार हैं. ये बीमारी लागातार राज्य में अपने पैर पसराते जा रही है लेकिन डॉक्टर अभी भी ये पता नहीं लगा पा रहे कि आखिर ये बीमारी बच्चों में हो क्यों रही है.