भारत की उड़नपरी पीटी उषा को मिलेगा यह बड़ा सम्मान, IAAF ने किया नामित
भारत की पूर्व एथलीट और ओलम्पियन पी.टी उषा (PT Usha) को प्रतिष्ठित अंतर्राष्ट्रीय एथलेटिक्स महासंघ (एआईएफएफ) वेटरन पिन अवॉर्ड के लिए नामित किया गया है.
नई दिल्ली:
भारत की पूर्व एथलीट और ओलम्पियन पी.टी उषा (PT Usha) को प्रतिष्ठित अंतर्राष्ट्रीय एथलेटिक्स महासंघ (एआईएफएफ) वेटरन पिन अवॉर्ड के लिए नामित किया गया है. भारत की सर्वश्रेष्ठ फर्राटा धाविकाओं में शुमार पी.टी उषा (PT Usha) को ‘उड़नपरी’ भी कहा जाता है. उन्होंने 1985 जकार्ता एशियाई खेलों में 100 मीटर, 200 मीटर, 400 मीटर , 400 मीटर बाधा दौड़ और चार गुणा 400 मीटर में स्वर्ण पदक जीते थे.
पी.टी उषा (PT Usha) ने गुरुवार को ट्वीटर पर जानकारी देते हुए कहा, 'वर्ल्ड एथलेटिक्स की लंबी और मेधावी सेवा के लिए वेटरन पिन! इस अतुल्य सम्मान के लिए धन्यवाद.'
इस ट्वीट के साथ उन्होंने आईएएफ के सीईओ जॉन रिजोन के द्वारा भेजे गए पत्र की भी फोटो पोस्ट की.
और पढ़ें: वेस्टइंडीज दौरे के लिए कल होगा टीम इंडिया का ऐलान, धोनी-कोहली पर होगी नजर
इससे पहले आईएएएफ (IAAF) के सीईओ जान रिजोन ने पी.टी उषा (PT Usha) को एक पत्र में बताया ,‘हमें यह बताते हुए खुशी हो रही है कि आपके क्षेत्र के संघ ने आपको आईएएएफ (IAAF) वेटरन पिन के लिये मनोनीत किया है जो विश्व एथलेटिक्स में बरसों से आपके योगदान के लिये है.’
पी.टी उषा (PT Usha) को 24 सितंबर में कतर में होने वाली आईएएएफ (IAAF) की 52वीं कांग्रेस में आने का न्यौता दिया गया है. इस दौरान एक पुरस्कार वितरण समारोह जिसमें उन्हें सम्मानित किया जाएगा.
और पढ़ें: जब World Cup फाइनल का सुपर ओवर देखने के लिए मौत से लड़ गए जिमी नीशम के कोच
पी.टी उषा (PT Usha) 1984 लास एंजीलिस ओलंपिक में 400 मीटर बाधा दौड़ के फाइनल में पहुंची थी लेकिन सेकंड के सौवें हिस्से से कांस्य से चूक गई थी. पायोली एक्सप्रेस' के नाम से विख्यात पी.टी उषा (PT Usha) को 1983 में अर्जुन अवॉर्ड मिला था. दो साल बाद 1985 में उन्हें पद्मश्री पुरस्कार दिया गया.
(भाषा इनपुटस के साथ)