फीफा अंडर-17 वर्ल्ड कप: मैदान पर उतरते ही इतिहास रचेगी भारतीय टीम, अमेरिका से मुकाबला आज
साल 1950 में जब भारत ने ब्राजील में हुए वर्ल्ड कप में हिस्सा लेने से इनकार कर दिया था, उस तारीख के बाद यह पहला मौका है जब कोई भारतीय टीम वर्ल्ड कप में हिस्सा लेगी।
highlights
- भारत ग्रुप-ए में अमेरिका, कोलंबिया और घाना के साथ
- दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में अमेरिका से पहला मुकाबला खेलेगा भारत
- पहली बार फीफा के किसी वर्ल्ड टूर्नामेंट में खेल रहा है भारत
नई दिल्ली:
भारत के फुटबॉल फैंस का इंतजार खत्म हो चुका है। भारत की धरती पर अब तक के सबसे बड़े फुटबॉल टूर्नामेंट का आगाज शुक्रवार से हो रहा है।
फीफा अंडर-17 वर्ल्ड कप की मेजबानी न केवल भारतीय फुटबॉल के लिहाज से बेहद अहम है बल्कि देश में इस खेल को और विस्तार देने में भी महत्वपूर्ण साबित होने वाला है।
दरअसल, भारतीय टीम फीफा अंडर-17 वर्ल्ड कप के शुरुआती लीग मुकाबले में जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में अमेरिका के खिलाफ उतरते ही इतिहास रच देगी।
इस मैच के साथ मणिपुर के मिडफील्डर अमरजीत सिंह कियाम के नेतृत्व वाली टीम फीफा टूर्नामेंट में शिरकत करने की उपलब्धि हासिल करने वाली पहली भारतीय टीम बन जाएगी।
यह भी पढ़ें: भारत की अंडर-17 टीम के पहले मैच में मौजूद होंगे मोदी: फीफा महासचिव
यह ऐसी उपलब्धि है जिसे हासिल करना बाइचुंग भूटिया, आईएम विजयन और सुनील छेत्री जैसे महान भारतीय फुटबॉलर्स का केवल सपना भर रह गया।
वैसे भी, 1950 में जब भारत ने ब्राजील में हुए वर्ल्ड कप में हिस्सा लेने से इनकार कर दिया था, उस तारीख के बाद यह पहला मौका है जब कोई भारतीय टीम वर्ल्ड कप में हिस्सा लेगी।
अंडर-17 वर्ल्ड कप का पहला दिन
भारतीय टीम जहां अमेरिका से भिड़ेगी वहीं घाना की टीम कोलंबिया से भिड़ेगी। दूसरी ओर, मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियम में भी दो मैच हैं। न्यूजीलैंड की टीम तुर्की और पराग्वे की टीम माली का सामना करेगी।
भारत को ग्रुप-ए में रखा गया है जहां उसके साथ अमेरिका के अलावा कोलंबिया और घाना जैसी फुटबाल की दिग्गज टीमें हैं। भारतीय टीम का सामना छह अक्टूबर को अमेरिका, नौ अक्टूबर को कोलंबिया और 12 अक्टूबर को घाना से होगा।
यह भी पढ़ें: भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान मिताली राज की ऑटोबायोग्राफी अगले साल आएगी
भारतीय टीम के कोच माटोस का भरोसा
टूर्नामेंट के मेजबान भारतीय टीम के मुख्य कोच लुइस नोर्टन माटोस कह चुके हैं कि उनकी टीम जब विश्व कप के पहले मैच में शुक्रवार को अमेरिका के खिलाफ उतरेगी तो उसकी नजरें इतिहास रचने पर होंगी।
माटोस ने कहा कि अपने पहले मैच को लेकर खिलाड़ी सकारात्मक हैं और अपना सौ फीसदी देने की कोशिश करेंगे।
वहीं दूसरी ओर अमेरिकी टीम के कोच जॉन हैकवर्थ भी मान चुके हैं कि भारत इस टूर्नामेंट की सबसे मेहनती टीम है और इसी मेहनत के दम पर उसने पिछले साल काफी सुधार किया है। अमेरिकी कोच ने यह भी साफ किया कि वे भारतीय टीम को हल्के में नहीं लेंगे।
यह भी पढ़ें: फीफा अंडर 17 विश्व कप: भारतीय टीम के कोच लुइस नोर्टन माटोस ने कहा- इतिहास रचना चाहेंगे हम
अंडर-17 वर्ल्ड कप में कहां हैं भारत और फुटबॉल
भारत फुटबाल के लिए मशहूर नहीं है जबकि अमेरिका के पास बेहतरीन टीम है। उन्होंने फीफा अंडर-17 विश्व कप के 16 में से 17 संस्करणों में हिस्सा लिया है। सिर्फ 2013 में ही अमेरिकी टीम इस विश्व कप में नहीं खेली थी।
यह भी पढ़ें: Bigg Boss 11 पहुंचे प्रियंक, गर्लफ्रेंड दिव्या अग्रवाल ने शेयर किए ये रोमांटिक PHOTOS
(एजेंसी इनपुट भी)