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उंगली में फ्रेक्चर के बावजूद 1956 ओलंपिक फाइनल में खेले थे बलबीर सिंह, तुलसीदास ने ताजा की यादें

तीन बार के ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता बलबीर सिंह का सोमवार को मोहाली के एक अस्पताल में निधन हो गया, वह 96 वर्ष के थे.

Bhasha
| Edited By :
25 May 2020, 05:28:47 PM (IST)

नई दिल्ली:

फुटबॉलर तुलसीदास बलराम ने 1956 ओलंपिक फाइनल की बात याद करते हुए कहा कि हॉकी कप्तान बलबीर सिंह सीनियर ने पाकिस्तान के खिलाफ मिली जीत में गोल नहीं दागा था लेकिन वह उंगली में फ्रेक्चर के बावजूद इस मुकाबले में खेले थे. बलराम उस भारतीय टीम का हिस्सा थे जिसने 1956 ओलंपिक में ऐतिहासिक चौथा स्थान हासिल किया था, उन्होंने याद करते हुए कहा कि बलबीर सिंह ने चिर प्रतिद्वंदी के खिलाफ फाइनल से पहले दर्द निवारक इंजेक्शन लिया था.

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तीन बार के ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता बलबीर सिंह का सोमवार को मोहाली के एक अस्पताल में निधन हो गया, वह 96 वर्ष के थे. बलराम ने अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ की अधिकारिक वेबसाइट पर लिखा, ‘‘1956 ओलंपिक की इतनी सारी यादें हैं, विशेषकर जिस तरीके से वह इन सबसे आगे बढ़े थे जिससे भारत ने फाइनल में पाकिस्तान को हराकर स्वर्ण पदक जीता था. बलबीर पाजी का समर्पण काबिलेतारीफ था. वह अपनी उंगली में प्लास्टर के बावजूद आये थे और उन्होंने मैच से पहले दर्द निवारक इंजेक्शन लिया था.’’